फखर ने बनाये वनडे क्रिकेट के सबसे तेज़ हज़ार रन
सिर्फ 18 मैच खेलकर तोड़ा 28 वर्षों पुराना सर विवियन रिचर्ड्स का रिकॉर्ड
लखनऊ: वनडे क्रिकेट साल 1971 से खेला जा रहा है. इन सालों में कई रिकॉर्ड बने और कई रिकॉर्ड टूटे लेकिन जिस रिकॉर्ड का जिक्र आज हम कर रहे हैं वह पिछले 38 सालों से बल्लेबाजों की गले की हड्डी बना हुआ था . बात साल 1980 की है जब वेस्टइंडीज के विवियन रिचर्डस ने अपनी शुरुआती 21 वनडे पारियों में ही 1,000 वनडे रन पूरे कर लिए थे. यह एक बड़ा कारनामा था. विवियन रिचर्डस अपने फन में माहिर बल्लेबाज थे और जिस तरह से वह बिना हैलमेट पहने तेज गेंदबाजों के छक्के छुड़ाते थे उससे पूरी दुनिया रूबरू थी. उस वक्त माना गया कि यह रिकॉर्ड शायद अब कभी नहीं टूट पाएगा. 21 जुलाई 2018 तक यह बात सत्य भी साबित हो रही थी लेकिन 22 जुलाई को यह रिकॉर्ड टूट गया, पाकिस्तानी क्रिकेट की नई सनसनी फखर ज़मान ने अपने 18वें मैच में ही इस माइलस्टोन को पार कर लिया |
पिछले 38 सालों में दुनिया के चार बल्लेबाजों ने इस रिकॉर्ड को तोड़ने की अथक कोशिश की लेकिन वे तोड़ने में कामयाब नहीं हो पाए. हां बराबरी जरूर की. इस लिस्ट में पहला नाम है केविन पीटरसन का. इंग्लैंड के इस धाकड़ बल्लेबाज ने साल 2004 में 21 पारियों में 1,000 वनडे रन बनाए थे लेकिन वह खुद तोड़ नहीं सके. इसके बाद इंग्लैंड के ही जोनाथन ट्रॉट ने 21 पारियों में ही इस रिकॉर्ड को मुकम्मल किया लेकिन फिर से वह इसे वह भी तोड़ नहीं सके. ट्रॉट ने इस कारनामे को साल 2009 में अंजाम दिया था. साल 2013 में द. अफ्रीका टीम में नए नवेले खिलाड़ी क्विंटन डी कॉक ने आते ही तबाही मचाई और आनन-फानन में रनों का अंबार खड़ा कर दिया लेकिन उन्होंने भी 1,000 वनडे रन 21 पारियों में ही पूरे किए. यह कोई संयोग नहीं बल्कि इस रिकॉर्ड को तोड़ने की कठिनाई थी जो कोई बल्लेबाज झेल नहीं पा रहा था. साल 2017 में फिर से शोर मचा कि यह रिकॉर्ड अब टूटेगा क्योंकि पाकिस्तान के बाबर आजम धमाल मचा रहे थे. बाबर आजम ने आते ही तहलका मचाया था. उन्हें दुनिया का सबसे बेहतरीन युवा बल्लेबाज बताया जा रहा था. लेकिन वह भी अपने 1,000 रन 21 पारियों में ही पूरे कर पाए. इस तरह से एक बार फिर से यह सपना सिर्फ एक सपना बनकर ही रह गया.