साम्प्रदायिक सौहार्द भारत की पहचान है, इसे बचाये रखना हम सबकी ज़िम्मेदारी: राजबब्बर
लखनऊ: आजादी हमें तमाम बलिदानों के बाद मिली है इसे बचाये रखने के लिए हमें एक ऐसा हिन्दुस्तान बनाना है जिसमें साम्प्रदायिक सौहार्द का वातावरण बनें भाईचारा मोहब्बत एकता जो यहां की पहचान रही है उसे बरकरार रखना है तभी हम मुल्क को तरक्की के रास्ते पर ले जा सकते हैं। ये बाते आज की युवा पीढ़ी को बताने की जरूरत है जिसे भारतीय एकता सद्भावना मिशन फजले मसूद के नेतृत्व में बखूबी कर रहा है। ये विचार आज लखनऊ के उमानाथ बली प्रेक्षागृह में आयोजित सद्भाव सम्मेलन में प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष राजबब्बर सांसद ने अपने सम्बोधन में कही, जिसमें प्रदेश भर से संगठन से जुड़े लोग मौजूद थे।
राजबब्बर ने कहा कि समाज में बदलाव की नई इबारत लिखने वाली भारत रत्न स्व0 इन्दिरा गांधी को पूरा देश सम्मान के बाद इसलिए याद करता है कि जब देश को खण्डित करने का प्रयास हुआ तो उन्होने अपने को देश पर कुर्बान कर दिया लेकिन इस अजीम मुल्क को टूटने नहीं दिया। उन्होने जीवनभर देश के दबे कुचले लोगों के लिए संघर्ष किया। उन्होने कहा कि भारत रत्न स्व0 राजीव गांधी का बलिदान हमें देश प्रेम के लिए हमेशा प्रेरणा देता रहेगा। हम सबको विशेष कर इस संगठन से जुड़े नौजवानों को इनकी शहादत देश के कोने-कोने तक पहुंचानी होगी। यही हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
पूर्व सांसद जफरअली नकवी ने कहा कि आज हमारा देश अहम मोड़ पर खड़ा है। सामाजिक ढांचा चरमरा रहा है जिनका आजादी की लड़ाई में जरा भी योगदान नहीं है वह मुल्क के रहबर हो गये हैं। ये ताकतें देश में बिखराव पैदा कर रही है। चारों तरफ नफरत का वातावरण तैयार किया जा रहा है। हम इनके नापाक मंसूबों को पनपने नहीं देंगे। प्रेम शान्ति व सद्भाव का रास्ता जो हमंे राष्ट्रपिता बापू ने दिखाया उस पर चलकर ही हम देश में साम्प्रदायिक सौहार्द बना सकते हैं जो आप की सबसे बड़ी जरूरत है।
पूर्व मंत्री राजबहादुर ने कहा कि हमारे देश में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। उनकी ऊर्जा का उपयोग कर हम देश को प्रगतिशील बना सकते हैं परन्तु हमें हिन्दू-मुसलमान से ऊपर उठकर काम करना होगा। हमारी अच्छी सोच से एक नये भारत का निर्माण होगा। उन्होने कहा कि यहां से एकता का पैगाम लेकर सभी लोग जायेंगे और यही पैगाम हिन्दुस्तान को एक नई रोशनी देगा। उन्होने कहा कि यह मिशन देश की आत्मा है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व विधायक फजले मसूद ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि आजादी से पहले देश के तमाम सपूतों ने कुर्बानी दी परन्तु आजादी के बाद भी जब देश पर आंच आयी तो राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, स्व0 इन्दिरा गांधी, स्व0 राजीव गांधी शहीद हो गये परन्तु देश की एकता को कायम रखा। आज देश में आतंकवाद व साम्प्रदायिकता पांव पसार रही है गोंडसे की विचारधारा देश में फैलाने की कोशिश की जा रही है ऐसे में हमें राष्ट्रपिता बापू की विचारधारा को जन-जन तक ले जाना है हमें सौहार्द का वातावरण बनाना है। यह काम भारतीय एकता सद्भावना मिशन के लोग कर रहे हैं। उन्होने कहा कि हमें खुशी है कि हमें इसमें आशा के अनुरूप बड़ी सफलता मिल रही है बड़ी तादाद में उच्च शिक्षित नौजवान हमारे संगठन से जुड़ रहे हैं।
सम्मेलन केा सम्बोधित करने वालों में मुख्य रूप से प्रमोद सिंह, डा0 जियाराम वर्मा, आबिद हुसैन एडवोकेट, नदीम अशरफ जायसी, शाहजाद आलम, बोधलाल शुक्ला एडवोकेट, डा0 संतोष त्रिपाठी, डा0 नियाज अंसारी, योगेश यादव, दुर्गाशंकर दुबे, रजनीश पाण्डेय, आर0के0 सिन्हा, इशरत अली, विकास श्रीवास्तव एवं नोमान मसूद शामिल रहे।