संसद में राफेल डील का मुद्दा उठाने का after effect: फ़्रांस भारत को मुफ्त में देगा 32 जगुआर fighter plane
नई दिल्ली: शुक्रवार को अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने फ्रांस के साथ हुई राफेल फाइटर जेट डील पर गंभीर सवाल उठाए थे। अब खबर आयी है कि फ्रांस सरकार गुडविल के तौर पर भारत को 32 जगुआर बमवर्षक विमान और 2 मिराज फाइटर जेट भारतीय एयरफोर्स को मुफ्त में देगी। टाइम्स नाउ की इस खबर के अनुसार, ये फाइटर जेट पुराने होंगे, लेकिन इसके बावजूद यह विमान भारतीय एयरफोर्स के लिए बेहद फायदेमंद साबित होंगे और इससे भारत के सैंकड़ो करोड़ रुपए बच सकेंगे।
उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी ने राफेल डील में भारत और फ्रांस के बीच हुई सीक्रेट डील पर सवाल उठाए थे और फाइटर जेट की कांग्रेस सरकार के समय में तय की गई कीमत से काफी ज्यादा कीमत पर खरीदने का आरोप लगाया था। अब राहुल गांधी के आरोपों के तुरंत बाद ही फ्रांस सरकार ने भारतीय एयरफोर्स को 32 जगुआर बमवर्षक विमान और 2 मिराज-2000 फाइटर प्लेन मुफ्त में देने का ऐलान कर दिया है। माना जा रहा है कि फ्रांस द्वारा फाइटर प्लेन दिए जाने से भारतीय वायुसेना को आने वाले 7-8 सालों तक इस डील से काफी फायदा मिलेगा।
बता दें कि भारतीय वायुसेना के पास 118 जगुआर फाइटर प्लेन की एक फ्लीट पहले से मौजूद है। लेकिन पुराना होने के कारण अब एयरफोर्स को इस विमान के स्पेयर पार्ट्स मिलने में काफी परेशानी हो रही है, लेकिन फ्रांस सरकार द्वारा 32 जगुआर फाइटर एयरक्राफ्ट देने के बाद एयरफोर्स की स्पेयर पार्ट्स की समस्या दूर हो सकती है, जिसका असर यह होगा कि भारतीय वायुसेना अपनी जगुआर फाइटर प्लेन की फ्लीट का लंबे समय तक इस्तेमाल कर सकेगी।
चूंकि फ्रांस 2 मिराज 2000 विमान भी भारत को दे रहा है, ऐसे में मिराज विमानों का भी इसी तरह इस्तेमाल किया जा सकता है। खास बात ये है कि यह पूरी डील फ्रांस सरकार द्वारा मुफ्त में गुडविल के तहत दी जा रही है। जिससे भारत सरकार के सैंकड़ों करोड़ रुपए बच सकेंगे और एयरफोर्स को लंबे समय तक इसका फायदा मिल सकेगा। बता दें कि भारत सरकार ने फ्रांस के साथ 36 राफेल जेट विमानों की डील की है। यह डील 7.87 बिलियन यूरो में की गई है। जिसके तहत भारत को फाइटर प्लेन के साथ वेपन्स, 5 साल की सपोर्ट, ट्रेनिंग, इंफ्रास्ट्रक्चर और वारंटी शामिल है। भारत को डील की कुल राशि का 15 प्रतिशत एडवांस में देना है। फ्रांस इन विमानों की डिलीवरी 67 महीनों के समय में करेगा।