आंध्र में कांग्रेस की तरह साफ हो जाएगी BJP भी
नई दिल्ली: TDP सांसद जयदेव गालानई दिल्ली: 2019 लोकसभा चुनाव से पहले आज मोदी सरकार के खिलाफ़ पहले अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में चर्चा चल रही है. इस चर्चा की शुरुआत TDP सांसद जयदेव गाला ने की. इस चर्चा के दौरान TDP सांसद ने सत्‍तारूढ़ बीजेपी के साथ कांग्रेस पर भी निशाना साधा. उन्‍होंने कहा कि कांग्रेस और BJP ने आंध्र प्रदेश को अपाहिज बना दिया. BJP ने आंध्र प्रदेश को बांटने के उस बिल का समर्थन किया, जो अवैज्ञानिक तरीके से तैयार किया गया था. उन्‍होंने कहा कि मोदी-शाह के राज में आंध्र प्रदेश की कहानी सिर्फ खोखले वादों की कहानी है और यह अविश्वास प्रस्ताव मैजॉरिटी और मोरैलिटी (बहुमत तथा नैतिकता) के बीच लड़ाई है.

उन्‍होंने कहा कि आप (प्रधानमंत्री) कुछ और ही गा रहे हैं, जिसे आंध्र प्रदेश की जनता ध्यान से देख रही है, और वे अगले चुनाव में इसका सटीक जवाब देंगे… आंध्र प्रदेश की जनता के साथ धोखा किया गया, तो राज्य में BJP साफ हो जाएगी, जिस तरह कांग्रेस हुई थी. प्रधानमंत्री जी, यह धमकी नहीं है, 'श्राप' है." टीडीपी सांसद ने कहा कि बहुमत और नैतिकता की लड़ाई है, क्‍योंकि केंद्र ने आंध्र के साथ वादा नहीं निभाया है. आंध्र प्रदेश को प्राथमिकता नहीं दी गई और भेदभाव हुआ. आंध्र प्रदेश का मुद्दा राष्ट्रीय मुद्दा है और ये बीजेपी और टीडीपी की लड़ाई नहीं है. ये एक धर्मयुद्ध है. कारणों से हम ये अविश्वास प्रस्ताव ले आए और आंध्रप्रदेश पर भारी आर्थिक बोझ है. हम 4 साल से संघर्ष कर रहे हैं. इस अनिश्चितता से निकलना चाहते हैं. तेलंगाना की तुलना में आंध्र में ज़्यादा मुश्किलें है क्‍योंकि कांग्रेस ने क्रूर तरीक़े से आंध्र को बांटा है. आंध्र पर भारी-भरकम क़र्ज़ थोप दिया गया है और मोदी मोदी सरकार ने आंध्र से वादा नहीं निभाया है.

जयदेव गाला ने कहा कि मोदी सरकार को सिर्फ़ अपने हित की चिंता है. प्रधानमंत्री ने आंध्र का भरोसा तोड़ा है, क्‍योंकि 2014 में स्पेशल स्टेटस देने का वादा किया था और 2016 में विशेष पैकेज देने का वादा किया गया. हम आज भी पैकेज का इंतज़ार कर रहे हैं. विशेष राज्य के लिए हाथ जोड़कर विनती है. उन्‍होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने आंध्र प्रदेश को धोखा दिया. वित्तमंत्री जी, आप सभी लोगों को हर बार बेवकूफ नहीं बना सकते.

आपको बता दें कि अविश्वास प्रस्ताव पर यह चर्चा सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे यानी सात घंटे तक चलेगी. बहस का जवाब प्रधानमंत्री देंगे. इस दौरान लोकसभा में दूसरा कोई और काम नहीं होगा.