अविश्वास प्रस्ताव: पहले मोदी पर लगाई आरोपों की बौछार फिर दी जादू की झप्पी
नई दिल्ली: अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान शुक्रवार (20 जुलाई) को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का अलग अंदाज देखने को मिला। अपने भाषण में मोदी सरकार पर हमला बोलने के दौरान उन्होंने कहा, “आपके लिए मैं पप्पू हूं। लेकिन मेरे दिल में आपके लिए नफरत नहीं है।” वह इसके बाद पीएम के पास गए और उनके गले लग गए, जिस पर मोदी एक पल को असहज हो गए थे। बाद में उन्होंने राहुल को पास बुलाया और हाथ मिलाकर उन्हें भेजा।
लोकसभा में राहुल ने कहा था, “आप (बीजेपी) लोगों के अंदर मेरे लिए नफरत है। आप मुझे पप्पू और बहतु गालियां देकर बुला सकते हैं। लेकिन मेरे अंदर आपके लिए नफरत नहीं है।” वह इसके बाद अपनी सीट से बाहर आए। राहुल गांधी पीएम की सीट के पास जाकर पहुंचे। पीछे से स्पीकर बोलीं- यह जरूरी नहीं है। फिर भी आगे पहुंचे और उन्होंने झुककर पीएम को गले लगा लिया था।
राहुल दो-तीन सेकेंडों तक उन्हें गले लगाए रहे, जिस पर सभी सदस्य हैरान रह गए। पीएम भी कांग्रेस अध्यक्ष के इस अंदाज पर एक पल को असहज नजर आए, जिसके बाद उन्होंने हाथ दिखाकर इशारा किया। उनके थोड़ा आगे बढ़ते ही पीएम ने उन्हें दोबारा पास बुलाया। मोदी ने इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष से हाथ मिलाया और उनकी पीठ पर हाथ रखते हुए उन्हें कुछ कहा। राहुल उस दौरान मुस्कुराते हुए उनकी बातें सुन रहे थे।
कांग्रेस अध्यक्ष ने इससे पहले कई मसलों को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला। कहा, “पीएम देश के चौकीदार नहीं, बल्कि भागीदार हैं। वह अपने मित्रों की जेब में देश के पैसे डलवाना चाहते हैं।” कांग्रेस ने इसके अलावा आरोप लगाया कि पीएम ने सैनिकों को धोखा दिया। उन्होंने डोकलाम का मुद्दा नहीं उठाया।
राहुल के मुताबिक, “पीएम विदेश तो जाते हैं। लेकिन वह छोटा कारोबारियों और दुकानदारों से बात नहीं करते।” राफेल डील पर उन्होंने कहा, “रक्षा मंत्री ने कहा कि फ्रांस के साथ रफेल की डील पर गोपनीयता का पहलू था। मैं व्यक्तिगत तौर पर फ्रांस के पीएम से मिला और उनसे पूछा कि क्या कोई ऐसी बात थी। उन्होंने साफ किया कि नहीं, ऐसा कुछ नहीं था। जादू से पीएम ने रफेल का दाम बढ़ाकर 1600 करोड़ रुपए कर दिए।”
हालांकि, कांग्रेस अध्यक्ष को पीएम से गले मिलने पर आलोचना का शिकार भी होना पड़ा। केंद्रीय मंत्री और शिरोमणि अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर बादल राहुल के इस अंजाज पर भड़क उठी थीं। बोलीं, “यह संसद है। न कि मुन्नाभाई का पप्पी-झप्पी एरिया।” लोकसभा की स्पीकर सुमित्रा महाजन ने फौरन इस पर उन्हें टोका और पूछा, “आप (हरसिमरत) तो मुस्कुरा रही थीं?”