कमाल का होता है नारियल तेल
नारियल तेल का इस्तेमाल गठिया, जोड़ों के दर्द को कम करने के लिए किया जाता है. यह हड्डियों में कैल्शियम और मैग्नीशियम अवशोषित करने की क्षमता में सुधार करता है.
नारियल तेल के ब्यूटी से जुड़े कई फायदे हैं. बालों, चेहरे और स्किन को यह कई तरीकों के पोषण देकर उन्हें हेल्दी और खूबसूरत बनाता है. इसी गुण की वजह से इस तेल को सदियों से इस्तेमाल में लाया जा रहा है. यहां 'बिड़ला आयुर्वेद' की आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉक्टर प्रियंका संपत से जानिए नारियल तेल के ये फायदों के बारे में.
नारियल तेल त्वचा के लिए नेचुरल मॉइश्चराइजर का काम करता है, यह डेड सेल्स को हटाकर रंग निखारता है, चूंकि इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है, तो इसका इस्तेमाल त्वचा रोग, डर्मेटाइटिस, एक्जिमा और स्किन बर्न में किया जा सकता है. नारियल तेल स्ट्रेच मार्क्स हटाने में भी मदद करता है और होंठ को फटने से बचाने के लिए भी इसे नियमित रूप से होंठ पर लगाया जा सकता है.
नारियल तेल बालों को घना, लंबा और चमकदार बनाने में काफी मददगार साबित होता है. सिर की मसाज सिर्फ पांच मिनट नारियल तेल से करने से न सिर्फ रक्त संचार में वृद्धि होती है, बल्कि खो चुके पोषक तत्वों की भी भरपाई करता है, नियमित रूप से नारियल तेल से मसाज करने से बालों में रूसी नहीं होती है.
नारियल तेल को मुंह में करीब 20 मिनट तक रखने के बाद थूक देने से मुंह के कीटाणु और मसूड़ों की समस्याएं दूर होती है. स्वस्थ मसूड़ों के लिए सप्ताह में कम से कम तीन बार ऐसा करें.
आयुर्वेद में पित्त वृद्धि के कारण नारियल तेल का इस्तेमाल गठिया, जोड़ों के दर्द को कम करने के लिए किया जाता है. यह हड्डियों में कैल्शियम और मैग्नीशियम अवशोषित करने की क्षमता में सुधार करता है.
नारियल तेल के इस्तेमाल से वजन भी कम किया जा सकता है. ताजे नारियल से निकाले गए तेल में अन्य नारियल तेलों की अपेक्षा ज्यादा मीडियम चेन फैटी एसिड्स (70-85 प्रतिशत) होता है. मीडियम चेन फैटी एसिड्स आसानी से ऑक्सिडाइज्ड लिपिड्स होते हैं और एडीपोज ऊतक में संग्रहित नहीं होते हैं. इस प्रकार, मुख्य रूप से मीडियम चेन फैटी एसिड युक्त नारियल का तेल वजन घटाने में मददगार साबित होता है.
नारियल तेल लॉरिक एसिड और कैप्रिक एसिड की तरह एंटीमाइक्रोबियल लिपिड का एक समृद्ध स्रोत होता है, जो एंटीफंगल और जीवाणुरोधी होते हैं.
खाना पकाने में नारियल का तेल ज्यादा अच्छा रहता है. इसका तेल ऑक्सीकरण के प्रति कम असुरक्षित होता है, जो इसे खाना पकाने के लिए सबसे सुरक्षित बनाता है.