भाजपाइयों ने किया स्वामी अग्निवेश पर जानलेवा हमला, हॉस्पिटल ले जाना पड़ा
भाजपा ने हमलावरों का किया बचाव
नई दिल्ली: झारखंड के पाकुड़ में सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश की भाजपा के युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने चप्पल, रॉड, घूंसों से पिटाई कर दी। उनके कपड़े फाड़कर काले झंडे दिखाए गए। स्वामी वापस जाओ के नारे भी लगाए गए। बाद में कुछ लोग होटल के सामने स्थित सड़क पर धरना देने बैठ गए। लोगों ने आरोप लगाया कि वह ईसाई मिशनरीज के इशारे पर आदिवासी समाज के लोगों को भड़काने के लिए आए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक 78 वर्षीय स्वामी अग्निवेश 195वें दामिन महोत्सव में भाग लेने के लिए पाकुड़ आए थे। ये महोत्सव लिट्टीपाड़ा इलाके में आयोजित किया जा रहा है।
स्वामी अग्निवेश ने घटना के बाद आरोप लगाया,” दोपहर करीब एक बजे जब मैं मुस्कान होटल से 25 किलोमीटर दूर लिट्टीपाड़ा में पहड़िया आदिम जनजाति के लोगों को उनके अधिकारों के हनन के बारे में संबोधित करने जा रहा था। बाहर प्रदर्शन कर रहे भाजपा, भारतीय जनता युवा मोर्चा और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के लोगों ने मुझ पर हमला कर दिया।”
कहा जा रहा है कि प्रदर्शनकारी हाल के दिनों बीफ पर दिए अग्निवेश के बयान से आहत थे। स्वामी के साथ मारपीट इतनी बुरी तरह की गई कि उन्हें हॉस्पिटल में ले जाना पड़ा। सामने आए वीडियो में स्वामी के होटल से बाहर निकलने पर कुछ लोग उन्हें काले झंडे दिखाकर उनके खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान कुछ लोगों ने उन्हें घेर लिया और पिटाई कर दी।
हालांकि भाजपा ने सफाई दी है कि मारपीट करने वाले उनके उनके कार्यकर्ता नहीं थे। भाजपा प्रवक्ता पी शाहदेव ने कहा है कि स्वामी संग मारपीट करने वाले लोग उनकी पार्टी के कार्यकर्ता नहीं थे। हालांकि उन्होंने कथित तौर पर आरोपियों का बचाव करते हुए कहा कि हम घटना की निंदा करते हैं लेकिन उनका पिछला रिकॉर्ड ऐसा है कि ऐसी प्रतिक्रिया आश्चर्यनजक नहीं हैं।
अग्निवेश मारपीट की घटना से बेहद आहत हैं। उन्होंने कहा,” भाजयुमो और एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने बिना वजह मुझ पर हमला कर दिया। उन्होंने कहा कि मैं हिन्दुओं के खिलाफ बोल रहा हूं। मैं समझता था कि झारखंड शांतिपूर्ण राज्य है लेकिन इस घटना के बाद मेरे विचार बदल गए हैं।”
घटना के बारे में पूछने पर, पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र प्रसाद बर्नवाल ने कहा कि जिले में अग्निवेश के कार्यक्रम को लेकर उनके पास पहले से जानकारी नहीं थी। वहीं पाकुड़ के उपमंडलीय पुलिस अधिकारी अशोक कुमार सिंह ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।