राम मंदिर पर अमित शाह ने कोई बयान नहीं दिया, BJP की सफाई
नई दिल्ली: बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह '2019 के लोकसभा चुनाव से पहले अयोध्या में राम मंदिर निर्माण शुरू हो जाएगा' वाले बयान का बीजेपी ने खंडन किया है. बीजेपी की ओर से कहा गया कि हैदराबाद में पार्टी के तेलंगाना इकाई के कार्यालय में हुई अमित शाह और बीजेपी के नेताओं के बीच ऐसी कोई बात नहीं हुई बल्कि ये मुद्दा एजेंडा में भी नहीं था. गौरतलब है कि अयोध्या के मंदिर-मस्जिद विवाद मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में हो रही है और ऐसे में सत्ताधारी पार्टी के अध्यक्ष की ओर से आये इस बयान पर हंगामा होना तय था.
खास बात यह है कि इस बयान को बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य पी. शेखरजी के हवाले से मीडिया में छापा गया था जो शाह और बाकी नेताओं की बैठक के बाद मीडिया को संबोधित कर रहे थे. अभी तक इस मसले पर बीजेपी नेता बयान देने से बचते रहे हैं. वे इस पर पूछे गये सवाल पर कोर्ट में विचाराधीन बताकर टाल देते हैं.
वहीं दूसरी ओर सुप्रीम कोर्ट में इस मामले में बहस के दौरान मुख्य याचिकाकर्ता की ओर से पेश वकील राजीव धवन ने कहा है कि मस्जिद को 'हिंदू तालिबानियों' ने गिरा दिया था. इसके साथ ही उन्होंने शिया वक्फ बोर्ड पर सवाल उठाते हुये कहा कि 1946 में यह सुन्नी मस्जिद थी.