फीफा विश्व कप: छठे खिताब की ओर ब्राजील ने बढ़ाया एक और क़दम
प्री-क्वार्टरफाइनल मुकाबले में मेक्सिको को 2-0 से हराया
समारा (रूस):: रूस में खेले जा रहे 21वें फीफा विश्व कप में सोमवार के पहले प्री-क्वार्टरफाइनल मुकाबले में बहुत ही आक्रामक फुटबॉल का प्रदर्शन करते हुए पांच बार के पूर्व चैंपियन ब्राजील ने मेक्सिको को 2-0 से हराकर क्वार्टरफाइनल में जगह बना ली. मैच के पहले हाफ तक स्कोर 0-0 से बराबर रहा था. लेकिन ब्राजील सुपर स्टार नेमार के 51वें मिनट में गोल दागने के बाद मानो ब्राजीली टीम और खूंखार हो गई. इसके बाद दे-दना-दन ब्राजील ने कई हमले मेक्सिको पर बोले.
इसका फायदा मिला 88वें मिनट में जब, रॉबर्टो फिर्मिनो ने एक और मैदानी गोल दागकर और 2-0 की बढ़त दिलाकर यह सुनिश्चत कर दिया कि यहां से अब एक ही टीम जीतेगी. और हुआ भी ठीक ऐसा ही. बाकी बचे करीब सात मिनट के खेल में मेक्सिको गोल दागने में नाकाम रहा. और ब्राजील ने मैच 2-0 से अपने नाम कर लिया. नेमार के किए पहले गोल के साथ ही ब्राजील टीम ने विश्व कप के इतिहास में नया रिकॉर्ड बना दिया. इस बड़े रिकॉर्ड से अलग ब्राजील ने लगातार सातवीं बार और कुल मिलाकर 16वीं बार विश्व कप के क्वार्टरफाइनल में जगह बनाई. इस मैच से पहले, दोनों टीमों के बीच हुए पिछले पांच मैचों में ब्राजील ने 13 पांच गोल किए थे, जबकि मेक्सिको सिर्फ एक गोल कर सकी थी. मैच के बाद ब्राजील के मेक्सिको के खिलाफ गोलों की संख्या 15 हो गई.
दूसरे हाफ का खेल शुरू होने के बाद ब्राजीली खिलाड़ियों के अटैक में बिल्कुल भी स्थिलता दिखाई नहीं पड़ी. उसके खिलाड़ियों ने भूखे भेड़ियों की तरह मेक्सिको पर हमला बोलना जारी रखा. ब्राजील के विलियन ने खेले की शुरुआत से ही बाएं छोर से मेक्सिको के लिए परेशानी पैदा कर रखी थी. इस बार उन्होंने बाएं पैर से बेहतरीन पास दिया. गोलपोस्ट के ठीक सामने यह इस पास पर जेसस चूके, लेकिन ठीक उनके साथ दौड़ रहे नेमार ने इसे गोल में बदलकर ब्राजील को 1-0 से आगे कर दिया. खेल के सत्तर मिनट तक मेक्सिको की शारीरिक भाषा निस्तेज पड़ चुकी थी. इसी बीच ब्राजील के कोच टिटे ने बदलाव किया और फिलिप कोटिंहो के स्थान पर रॉर्बटो फिर्मिनो को उतारा. फिर्मिनो ने 88वें मिनट में नेमार के साथ मिलकर ब्राजील के लिए दूसरा गोल किया. और यहां से मेक्सिको वापसी करने लायक नहीं रही
इससे पहले मेक्सिको के खिलाफ शुरुआती 24 मिनट मतलब हाफ टाइम तक ज्यादातर समय गेंद को अपने कब्जे में रखने के बावजूद ब्राजीली टीम मेक्सिको के ऊपर गोल करने में नाकाम रही. और पहले हाफ तक मैच 0-0 की बराबरी पर रहा. दोनों टीमों के ही एक-एक खिलाड़ी को येलो कार्ड दिखाया गया. खेल के 38वें मिनट में मेक्सिको के ई. अल्वारेज को येलो कार्ड देखना पड़ा, तो 43वें मिनट में ब्राजील के फिलिप लुईस को बाधा पहुंचाने के कारण येलो कार्ड देखना पड़ा.
पहले हाफ में ब्राजील के खिलाड़ी कई बार मेक्सिको के डी एरिया में पहुंचे. लेकिन उसके स्टार फुटबॉलर नेमार और गैब्रियल जीसस की किक मेक्सिको को गोलची गुईलेर्मो ओचोआ को नहीं भेद सकीं. नेमार को अपनी लय हासिल करने में समय लगा, लेकिन इस फुटबॉलर ने पहले हाफ के आखिर में अपना प्रभाव छोड़ा. खेल के 25वें मिनट में नेमार ने करीब-करीब गोल कर ही दिया था. नेमार मेक्सिको के बाएं छोर में पहुंच गए. ऐसे में ओचोआ ने अपनी लाइन से आगे निकलकर एक बेहतरीन सेव किया
नेमार के किए गोल के साथ ही ब्राजील ने जर्मनी को पछाड़कर विश्व कप के इतिहास में सबसे ज्यादा गोल करने वाली टीम बन गई. ब्राजील के खाते में इस गोल के साथ विश्व कप में 227 गोल हो गए हैं. वास्तव में पूरे मैच में ब्राजील का दबदबा रहा. ब्राजील की अटैकिंग शैली का मेक्सिको के पास कोई जवाब नहीं था. अगर ब्राजीली खिलाड़ियों के निशाने सही लगे होते, तो मैच में स्कोर कम से कम 5-0 होता. लेकिन कुछ अच्छा प्रदर्शन मेक्सिको गोलची सहित उसके डिफेंडरों ने भी किया, तो ब्राजीली कई मौकों पर सटीक रास्ते नहीं निकाल सके. लेकिन इस खेल से ब्राजील ने एक बात साबित कर दी कि वे विश्व कप जीतने के बड़े प्रबल दावेदार हैं.