बच्चियों की हिफाजत के लिए एकजुट हो देश
मंदसौर रेप केस पर राहुल गांधी का ट्वीट
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश के मंदसौर में एक मासूम बच्ची के साथ सामूहिक बलात्कार की जघन्य घटना पर दुख जताते हुए ट्वीट किया. राहुल गांधी ने कहा कि अपने बच्चों की सुरक्षा और दोषियों को जल्द से जल्द सजा सुनिश्चित करने के लिए हमें एक राष्ट्र के तौर पर एकजुट होना होगा.
राहुल गांधी ने ट्विटर पर लिखा, 'मध्य प्रदेश के मंदसौर में आठ साल की एक लड़की के साथ गैंगरेप हुआ है, जो जिंदगी और मौत से जूझ रही है. इस बर्बर घटना ने मुझे व्यथित कर दिया है. अपने बच्चों की सुरक्षा और गुनाहगारों को त्वरित न्याय की जद में लाने के लिए हमें एक राष्ट्र के तौर पर एकसाथ आना होगा.'
इससे पहले, कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने मंदसौर की जघन्य घटना की भर्त्सना करते हुए आरोप लगाया कि भाजपा सरकार में मध्य प्रदेश महिला विरोधी अपराधों का गढ़ बन गया है. उधर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राज्य की पुलिस पर एफआईआर दर्ज करने में देरी का आरोप लगाते हुए मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है.
बता दें मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में हुए रेप केस की जांच के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने 15 विशेषज्ञ पुलिस अफसरों की जांच टीम का गठन किया है. पकड़े गए आरोपियों का डीएनए टेस्ट होगा और एक सप्ताह में डीएनए टेस्ट की रिपोर्ट आएगी. इस मामले में 20 दिन के अंदर चालान पेश होगा.
इस मामले में 8 साल की बच्ची से दुष्कर्म करने वाला दूसरा आरोपी भी पकड़ लिया गया. आसिफ नाम का यह आरोपी 24 साल का है. इरफान नाम के एक आरोपी को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है.
हादसे से पहले मंदसौर की ये बच्ची रोज की तरह स्कूल गई थी. उसे लेने और छोड़ने रोज परिवार के सदस्य आते थे. लेकिन घटना वाले दिन वे लेट हो गए. स्कूल की छुट्टी होते ही आरोपी उसे अपने साथ ले गए और उसके साथ हैवानियत की.
आरोपियों ने बच्ची को मिठाई का लालच देकर अगवा कर लिया था. बच्ची से दुष्कर्म किया और उसकी हत्या करने की कोशिश की. वो बच्ची को मरा हुआ समझकर पास ही के खाली प्लॉट पर लगी कंटीली झाड़ियों में फेंककर फरार हो गए थे.
बच्ची से दुष्कर्म से इलाके में लोगों का गुस्सा उबाल पर है. शुक्रवार को फिर लोग सड़क पर उतरे और आरोपियों को फांसी देने की मांग की. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पहले ही कह चुके हैं कि रेप केस की सुनवाई फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में की जाएगी. दरिंदों को फांसी की सज़ा दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि दुष्कर्म करने वालों को समाज में रहने का कोई अधिकार नहीं है.