भोपाल: सिमी संदिग्धों के एनकाउंटर मामले में सभी पुलिसवालों को मिली क्लीनचिट
भोपाल : 31 अक्टूबर 2016 को भोपाल के सेंट्रल जेल से भागे सिमी के 8 संदिग्धों के एनकाउंटर मामले में जांच आयोग ने एनकाउंटर में शामिल पुलिसवालों को क्लीनचिट दे दी है. राज्य सरकार को सौंपी जांच रिपोर्ट में आयोग ने इस एनकाउंटर को सही ठहराया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि उस हालात में पुलिस द्वारा किया गया एनकाउंटर जायज़ था. पुलिस की कार्रवाई IPC की धारा 41 और 46(2-3) के दायरे में है. जेल के सुरक्षाकर्मी की गला रेत कर भोपाल जेल से भागे सिमी के संदिग्ध आतंकियों को पुलिस ने 8 घंटे की भीतर मार गिराया था.
उल्लेखनीय है कि 2016 में भोपाल की जेल से गार्ड की हत्या कर फरार हुए सभी कैदियों को पुलिस ने शहर के बाहरी इलाके में एक एनकाउंटर में मार गिराया था. यह एनकाउंटर भोपाल से 12 किलोमीटर दूर ईंटखेड़ा गांव में हुआ था. कहा गया था कि फरार होने से पहले इन कथित सिमी के आतंकियों ने ड्यूटी पर तैनात गार्ड रमाशंकर यादव की हत्या की. हत्या के लिए कैदियों ने कोई धारदार वस्तु का इस्तेमाल किया. और फिर चादर के सहारे जेल की दीवार फांद कर फरार हो गए थे.
इस एनकाउंटर से जुड़े कई वीडियो सोशल साइट्स पर आए और उसके बाद एनकाउंटर पर सवाल उठाए जाने लगे. पुलिस जहां अपने दावों को सही ठहरा रही थी वहीं, मारे गए लोगों के परिजनों के साथ तमाम अन्य लोग पूरे वारदात पर संदेह व्यक्त कर रहे थे. तभी से इस पूरे मामले में जांच की मांग उठी थी.