योग भारतीय संस्कृति की विश्व को सबसे बड़ी देन है: राम नाईक
राज्यपाल, केन्द्रीय गृह मंत्री, मुख्यमंत्री सहित विशिष्टजनों ने किया योग
लखनऊः चतुर्थ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आज उत्तर प्रदेश आयुष विभाग द्वारा राजभवन प्रागंण में आयोजित सामूहिक योगाभ्यास कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक, केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री डाॅ0 दिनेश शर्मा सहित बड़ी संख्या में मंत्रीगण , प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारीगण ने उपस्थित होकर योग किया।
राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि योग भारतीय संस्कृति की विश्व को सबसे बड़ी देन है। इस देन को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता दिलाने के लिये प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी अभिनन्दन एवं धन्यवाद के योग्य हैं। योग केवल व्यायाम नहीं बल्कि मन को भी स्वस्थ और शान्त रखने की अद्भुत प्रक्रिया है। योग व्यायाम की सबसे सस्ती पद्धति है जिसमें किसी प्रकार के व्यय या उपकरण की आवश्यकता नहीं है। बदलती जीवन शैली में योग का बहुत महत्व और अद्वितीय लाभ है। राज्यपाल ने बताया कि पहली से 11 कक्षा तक उन्होंने नियमित रूप से सूर्य नमस्कार किया है, यही उनके स्वस्थ जीवन का राज़ है। उन्होंने कहा कि योग सभी प्रकार के चिन्ता का रामबाण उपाय है।
श्री नाईक ने कहा कि भारतीय योग सूक्ष्म से विराट की ओर बढ़ते हुए आज पूरे विश्व में सफल हो रहा है और जनमानस इससे लाभान्वित हुआ है। ऋषि-मुनियों ने शरीर, मन और आत्मा में संतुलन स्थापित करने के लिये योग विधा का प्रणयन किया था। चरैवेति-चरैवेति को जीवन का शाश्वत संदेश बताते हुए उन्होंने कहा कि निरन्तर आगे बढ़ने से सफलता प्राप्त होती है। मधुमक्खियाँ एक फूल से दूसरे फूल पर जाकर मधु इक्ठ्ठा करती हैं, पक्षी एक पेड़ से दूसरे पेड़ जाकर मीठे फलों का उपभोग करते हैं तथा सूर्य जो प्रकाश और ऊर्जा का स्रोत है दिन भर चलायमान रहता है इसलिये जगत वंदनीय है। उन्होंने कहा कि सूर्य की तरह जगत वंदनीय होने के लिये निरन्तर चलते रहने से सफलता प्राप्त होती है।
केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि योग को संयुक्त राष्ट्र संघ से मान्यता मिलना अन्तर्राष्ट्रीय जगत में प्रधानमंत्री की सांस्कृतिक कूटनीति के तहत एक बड़ी सफलता है। योग को इस्लामिक देशों ने भी समर्थन दिया है इसलिये योग पर मजहबी आरोप नहीं थोपा जा सकता। भारत ने सऊदी अरब की महिला योग प्रशिक्षक को पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया है। योग का जीवन में बहुत महत्व है। योग को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर ले जाने के लिये प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को श्रेय जाता है। 21 जून अन्तर्राष्ट्रीय योग पर्व के रूप में मनाया जा रहा है। योग की विस्तृत व्याख्या ऋग्वेद और पंतजलि में पायी जाती है। उन्होंने कहा कि अमेरिका जैसे प्रगतिशील देश में करोड़ों लोगों ने योग को अपनी जीवन शैली बनाया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सम्बोधन में कहा कि ऋषि परम्परा योग के प्रसाद को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के प्रयास से अन्तर्राष्ट्रीय मान्यता मिली है। विश्व के 192 देशों में आज के दिवस पर योग करना भारतीय परम्परा के साथ समरस होने जैसा है। योग में भारत के आध्यात्म का बीज निहित है। योग निरोगी काया देता है तथा योग के माध्यम से बहुत कुछ सम्भव है। जीवन में संतुलन के लिये योग आवश्यक है, इससे जुड़ना चाहिए तथा इसे दिनचर्या का हिस्सा बनाया जाये। उन्होंने योग दिवस की बधाई देते हुए कहा कि योग से नई ऊर्जा का संचार होता है। उन्होंने यह भी बताया कि योग साधना का कार्यक्रम आज के दिवस पर राज्य, जनपद, निकाय एवं ब्लाक स्तर पर आयोजित किया गया है।