इस बार अधूरे काम पूरे करने के नाम पर वोट मांगेगी मोदी सरकार
नई दिल्ली: 2019 के लोकसभा चुनाव में भी करप्शन और कालेधन को बीजेपी मुद्दा बनाएगी। इस बार भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही पार्टी का चेहरा होंगे और सभी तरह के चुनावी अभियानों में उनका चेहरा ही प्रमुखता से दिखाया जाएगा। इस बात को ध्यान में रखते हुए पार्टी ने मतदाताओं को लुभाने के लिए नया स्लोगन तैयार करवाया है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक बीजेपी ने इसके लिए तीन मिनट का एक वीडियो बनाया है, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के मंजूरी मिल चुकी है। तीन मिनट के इस चुनावी वीडियो में पीएम हालांकि 30 सेकेंड के लिए ही नजर आएंगे, जिसमें वो सरकार की उपलब्धियों को गिनाते नजर आएंगे। पीएम के 30 सेकेंड के वीडियो को प्रमुखता से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म यानी फेसबुक, ट्विटर और व्हाट्सअप पर प्रसारित किया जाएगा।
रेडिफ.कॉम के मुताबिक बीजेपी का मीडिया सेल वीडियो बनाने के थीम पर काम कर रहा है। सूत्र बता रहे हैं कि इस बार बीजेपी नए स्लोगन के सहारे पब्लिक के बीच जाने की तैयारी कर रही है। इसकी एक बानगी दिखने भी लगी है। “साफ नीयत, सही विकास” स्लोगन से सरकार के विज्ञापन टीवी चैनलों पर दिख रहे हैं। पार्टी का मीडिया सेल एक और नया स्लोगन बना रहा है जो इस तरह है- “काम अधूरा, एक मौका मोदी सरकार, काम पूरा होने का।” यानी मोदी सरकार के काम अभी अधूरे हैं, उसे पूरा करने के लिए एक और मौका चाहिए।
बता दें कि मोदी सरकार के चार साल पूरे होने पर बीजेपी पहले ही नया चुनावी स्लोगन दे चुकी है। अब पार्टी के नेता ‘संपर्क फॉर समर्थन’ अभियान के तहत देशभर में घूम-घूमकर अलग-अलग हस्तियों को मोदी सरकार की चार साल की उपलब्धियों से न केवल अवगत करा रहे हैं बल्कि उनसे 2019 के लिए समर्थन भी मांग रहे हैं। इस क्रम में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह खुद करीब दर्जनभर लोगों से मुलाकात कर चुके हैं। पार्टी 2019 के रण में सोशल मीडिया और वन-टू-वन इंटरैक्शन दोनों माध्यमों से मतदाताओं को साधने की मुहिम में जुटी है।
दूसरी ओर प्रदेश कांग्रेस ने भी बीएसपी से गठबंधन को लेकर बातचीत से इनकार किया है. मध्य प्रदेश कांग्रेस मीडिया प्रमुख ने बताया " हमने किसी पार्टी का नाम नहीं लिया. कांग्रेस पार्टी ने सिर्फ इतना साफ किया है कि हालातों को देखते हुए समान विचारधारा वाली राजनीतिक पार्टियों से गठबंधन कर सकती है. हमने कभी भी बीएसपी का नाम नहीं लिया. ये चुनावी दौर के हालातों पर निर्भर करेगा."
मध्य प्रदेश में चुनाव, साल के आखिर यानी नवंबर-दिसंबर में होने की संभावना है. 2013 मध्य प्रदेश चुनावों में कांग्रेस ने 36.38 प्रतिशत और बीएसपी ने 6.29 प्रतिशत वोट हासिल किए थे जबकि बीजेपी ने 44.88 प्रतिशत वोट हासिल किए थे.
230 विधानसभा सीटों में से बीजेपी ने 165, कांग्रेस ने 58 और बीएसपी ने 4 सीटे जीती थी. 2008 विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने 32.85 और बीएसपी ने 8.97 प्रतिशत वोट हासिल किए थे जो कि बीजेपी के कुल प्रतिशत वोटों से 4 प्रतिशत ज्यादा था. बीजेपी को कुल 37.64 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे.