दम घोंटू हुई दिल्ली की हवा, 3 दिनों तक सभी निर्माण कार्यों पर रोक
दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण और धूल भरी धुंध के चलते एयर क्वालिटी एकबार फिर से खराब हो गई है. प्रदूषण का लेवल एक बार फिर से खतरनाक स्तर पर पहुंचने के बाद दिल्ली में अगले तीन दिनों तक सभी तरह के निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी गई है. प्रदूषण को लेकर हुई उपराज्यपाल अनिल बैजल की उच्चस्तरीय बैठक में ये फैसला लिया गया.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की रिपोर्ट के बाद गुरुवार को उपराज्यपाल अनिल बैजल ने उच्चस्तरीय बैठक बुलाई थी. बैठक में फैसला लिया गया कि फायर ब्रिगेड से पानी का छिड़काव होगा और मशीनों से दिल्ली की सड़कों की सफ़ाई होगी.
दिल्ली-एनसीआर में गुरुवार को धूल का गुबार छाया रहा. केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय के मुताबिक, रविवार तक ऐसे ही स्थिति बनी रहेगी. पर्यावरण मंत्रालय का कहना है कि राजस्थान में धूल भरी आंधी के कारण दिल्ली की हवा खराब हुई है. राजधानी में आंधी के कारण हवा में मोटे कणों की बढ़ोतरी हुई है. वहीं, उत्तर प्रदेश में भी धूल भरी आंधी का अलर्ट जारी किया गया है.
राजस्थान के कई शहर में तो एयर इंडेक्स 200 से भी नीचे हैं। दिल्ली एनसीआर की फिजा में सोमवार से ही धूल की मोटी परत दिखाई दे रही है. जिसकी वजह से लोगों का दम घुटने लगा है. लोगों को काफी अधिक परेशानियां हो रही हैं. एक्सपर्ट के अनुसार निश्चित तौर पर राजस्थान की धूल के अलावा लोकल वजहों से भी प्रदूषण बढ़ा है. दिल्ली में इस समय जमीनी स्तह पर हवाएं तेज हैं. ऐसे में राजस्थान की धूल के साथ दिल्ली की धूल भी शामिल हो रही है और प्रदूषण बढ़ रहा है. इस समय दिल्ली में 7000 से 15000 फिट उंचाई तक धूल की चादर देखी जा रही है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़े के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर इलाके में पीएम 10 (10 मिमी से कम व्यास वाले कण) का स्तर 778 पर अत्यंत गंभीर से ऊपर है. दिल्ली में यह विशेषकर 824 पर है. इसके कारण धुंध की स्थिति है, जिससे विजिबिलिटी का स्तर सीमित है
पर्यावरण मंत्रालय की ओर से जारी आधिकारिक बयान में अगले तीन दिनों तक दिल्ली में यह स्थिति बरकरार रहने की आशंका व्यक्त की गई है. मंत्रालय ने इन दिनों दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ने को अस्वाभाविक बताते हुए कहा कि इसकी मुख्य वजह राजस्थान में आने वाली धूल भरी आंधी है. इसके कारण दिल्ली-एनसीआर में हवा के कम दबाव का क्षेत्र बनने की वजह से हवा में मिले धूलकण जमीन के कुछ ऊंचाई पर जमा हो जाते हैं.
उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में मौसम की वजह से कई लोगों की जान चली गई. कई जगह तेज आंधी की वजह से पेड़ गिरने, तो कहीं दीवार गिरने की वजह से हादसा हुआ. मौसम विभाग ने गोंडा, बस्ती, फैजाबाद, इलाहाबाद और मिर्जापुर के लोगों को घरों से बाहर न निकलने की हिदायत दी है. लखनऊ के मौसम विज्ञान केंद्र ने इन जिलों में तेज तूफान और बारिश की चेतावनी दी है.