मुख्यमंत्री ने नवनिर्मित अत्याधुनिक आलमबाग बस टर्मिनल का लोकार्पण किया
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज यहां नवनिर्मित अत्याधुनिक आलमबाग बस टर्मिनल का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने हरी झण्डी दिखाकर स्वामी नारायण मन्दिर छपिया, गोण्डा से अयोध्या होते हुए लखनऊ तक चलने वाली दो बसों तथा परिवहन विभाग के 40 नये प्रवर्तन वाहनों का शुभारम्भ भी किया।
ज्ञातव्य है कि लोकार्पित बस टर्मिनल का निर्माण पी0पी0पी0 पद्धति पर किया गया है। यह टर्मिनल एयरपोर्ट की तर्ज पर आधुनिक सुविधाओं यथा लगेज चेकिंग हेतु स्कैनर, तापमान सन्तुलन हेतु ऐटोमाइज़र, वेटिंग हाॅल, टाॅयलेट, शीतल पेयजल, फूडकोर्ट, बैंक, पोस्ट आॅफिस एवं ए0टी0एम0, लिफ्ट, अण्डरपास, एल0ई0डी0 डिस्प्ले बोर्ड आदि से सुसज्जित है। टर्मिनल पर 50 बसों की भूमिगत पार्किंग तथा 50 बसों हेतु प्लेटफाॅर्म की व्यवस्था है। टर्मिनल से लगभग 750 बसों का संचालन प्रारम्भ होगा। यात्रियों की सुविधा के लिए टर्मिनल को सीधे मेट्रो स्टेशन से भी जोड़ा गया है।
इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास के लिए परिवहन की बेहतर सुविधा अत्यन्त आवश्यक है। आवागमन की सुविधा जितनी अच्छी होगी, विकास उतनी ही द्रुत गति से होगा। अत्याधुनिक बस टर्मिनल के निर्माण के लिए परिवहन निगम की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विगत 01 वर्ष मंे निगम द्वारा प्रदेश की यातायात व्यवस्था में उल्लेखनीय सुधार के लिए अभूतपूर्व प्रयास किए गए हैं। इससे परिवहन निगम एक लाभकारी उपक्रम के रूप में सामने आया है। विगत वर्ष परिवहन निगम को 122 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ है। यह भी परिवहन मंत्री जी तथा परिवहन निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों कुशल प्रबन्धन और परिश्रम से सम्भव हुआ है। उन्होंने कहा कि परिवहन निगम के कर्मी इसी प्रकार कड़ी मेहनत और प्रयास करेंगे तो राज्य सरकार भी उनके हितों का संरक्षण करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने सार्वजनिक परिवहन को बेहतर बनाया है। विगत वर्ष लखनऊ मेट्रो रेल का संचालन कराया गया है। यह बस टर्मिनल जनता को समर्पित किया गया है। प्रदेश में 01 लाख 20 हजार किलोमीटर सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के उपरान्त नवीनीकरण कराया जा रहा है। जनपद मुख्यालयांे को 4-लेन तथा तहसील मुख्यालयों को 2-लेन सड़क मार्ग से जोड़ा जा रहा है। लखनऊ, गाजियाबाद, नोएडा में मेट्रो रेल का संचालन हो रहा है। कानपुर, आगरा, मेरठ में मेट्रो रेल का कार्य शीघ्र प्रारम्भ होगा। गोरखपुर, इलाहाबाद और झांसी में मेट्रो रेल की डी0पी0आर0 की कार्यवाही प्रचलित है।
मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि पी0पी0पी0 माॅडल पर परिवहन निगम 21 नये बस स्टेशनों का विकास कर रहा है। यह बस स्टेशन जनपद गाजियाबाद के गाजियाबाद व कौशाम्बी, कानपुर सेण्ट्रल का झकरकटी, वाराणसी कैन्ट, इलाहाबाद के सिविल लाइन्स व जीरो रोड डिपो, लखनऊ के चारबाग व विभूति खण्ड (गोमती नगर), बरेली (सेटेलाइट), मेरठ के सोहराब गेट व भैसाली, आगरा के ट्रांसपोर्ट नगर, ईदगाह व आगरा फोर्ट, अलीगढ़ का रसूलाबाद, मथुरा, बुलन्दशहर, रायबरेली, फैजाबाद, गोरखपुर व गढ़मुक्तेश्वर हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके अलावा परिवहन निगम 23 बस स्टेशनों के निर्माण का कार्य स्वंय कर रहा है। इन कार्याें में जनपद जालौन में उरई बस स्टेशन का पुनर्निर्माण, जनपद कुशीनगर (कसया) में बस स्टेशन का पुनर्निर्माण, जनपद कासगंज में डिपो कार्यशाला का नवनिर्माण, जनपद अलीगढ़ में बस स्टेशन मसूदाबाद का नवनिर्माण, जनपद बुलन्दशहर में डिबाई बस स्टेशन का नवनिर्माण, जनपद संत रविदास नगर में औराई बस स्टेशन का पुनर्निर्माण, जनपद अम्बेडकर नगर में टाण्डा बस स्टेशन व डिपो कार्यशाला का पुनर्निर्माण, जनपद गाजियाबाद के कौशाम्बी बस स्टेशन के यार्ड एवं शेड का निर्माण, जनपद संतकबीर नगर में मेंहदावल बस स्टेशन का पुनर्निर्माण शामिल है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार के सत्ता मंे आने से पूर्व प्रदेश परिवहन की बसें पड़ोसी राज्यों में नहीं जाती थी। राज्य सरकार ने राजस्थान, उत्तराखण्ड, जम्मू और कश्मीर तथा हरियाणा आदि राज्यों के साथ एम0ओ0यू0 कर बसों का संचालन कराया है, जिससे प्रदेश परिवहन निगम का दायरा बढ़ा है। उन्होंने कहा कि रक्षा बन्धन के अवसर पर महिलाओं को परिवहन निगम के बसों में निःशुल्क यात्रा की सुविधा दी गई। 85 हजार महिलाओं ने इस सुविधा का उपभोग किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने दिव्यांगजन को परिवहन निगम की बसों में बस के गंतव्य स्थल तक निःशुल्क यात्रा की सुविधा उपलब्ध करायी, पूर्व में यह सुविधा प्रदेश की सीमा के अन्दर ही अनुमन्य थी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भविष्य में परिवहन निगम के समक्ष कई बड़ी चुनौतियां हैं। इनमें वर्ष 2019 में तीर्थराज प्रयाग में आयोजित होने वाला कुम्भ प्रमुख है। कुम्भ के दौरान निगम को जनता की सेवा के लिए पूरी जवाबदेही के साथ सुविधाएं मुहैया करानी पड़ेंगी।