खिलाड़ियों को पौष्टिक व संतुलित आहार देना जरूरीः चेतन चौहान
उत्तर प्रदेश ओलंपिक एसोसिएशन के तत्वावधान में केडी सिंह बाबू स्टेडियम में सेमिनार आयोजित
लखनऊ। खिलाड़ियों के लिए कम्पटीशन व प्रोफेशनलिज्म में बदलाव के साथ अब खेल की रणनीति में भी बदलाव हो गया है तथा अब गेम में पावर के साथ गति का समावेश भी हो गया है। इसके चलते अब खिलाड़ियों को पौष्टिक व संतुलित आहार मुहैया भी कराना जरूरी है।
यह बात आज केडी सिंह बाबू स्टेडियम में उत्तर प्रदेश ओलंपिक एसोसिएशन के तत्वावधान में खिलाड़ियों को पौष्टिक व संतुलित आहार की जरूरतों पर आयोजित सेमिनार का उद्घाटन करते समय माननीय श्री चेतन चौहान (खेल व युवा कल्याण मंत्री, उत्तर प्रदेश शासन) ने कही। इस अवसर पर उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कितना खा रहे है से ज्यादा महत्वपूर्ण क्या खा रहे है यह महत्वपूर्ण है क्योंकि आजकल के समय में खाने के साथ फूड सप्लीमेंट भी लेना जरूरी है तथा खेल के हिसाब से खिलाड़ी का डायट चार्ट बनाया जाए तो बेहतर परिणाम निकलेंगे। यानि नाश्ते के साथ खेलने के पहले व खेलने के बाद में क्या चीज लेना बेहतर होगा यह भी देखना चाहिए। वहीं फूड सप्लीमेंट लेने में यह भी ध्यान रखने कि वह नाडा व वाडा से एप्रवूड फूड सप्लीमेंट हो। उन्होंने कहा कि एक खिलाड़ी तैयार करने में खान-पान की अच्छी आदतों का भी महत्व होता है।
इस दौरान खेल निदेशक डा.आरपी सिंह ने बताया कि आज कोचिंग के साथ डायट पर भी ध्यान देना जरूरी है। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी का डायट चार्ट खेल के हिसाब से बनना चाहिए तथा डायट चार्ट बनाते समय खिलाड़ी की लम्बाई व वजन का भी ध्यान रखना चाहिए जैसे पहलवान व थ्रोअर के लिए हैवी डायट तो जिम्नास्ट के लिए हल्की डायट लेनी चाहिए।
इस अवसर पर ग्लैनबिया न्यूट्रीशनल प्राइवेट लिमिटेड व फिट इंडिया की प्रोजेक्ट लीड जिन्नी गोगिया चुग ने जानकारी दी कि वनज के हिसाब से प्रोटीन सप्लीमेंट लेना चाहिए तथा कोशिश की जाए कि फूड सप्लीमेंट उचित लिया जाए। उन्होंने बताया कि हमसे खेल मंत्रालय ने कहा था कि देश के हिसाब से एफोर्डबेल सप्लीमेंट उपलब्ध कराया जाए और हम उसी दिशा में तेजी से काम कर रहे है। हम हर खेल के हिसाब से उपयुक्त फूड सप्लीमेंट उपलब्ध कराने के लिए रणनीति बना रहे है।
इसके साथ ही खिलाडिय़ों को प्रोटीन सप्लीमेंट का भी सेवन करना चाहिए जब उन्होंने एडवांस ट्रेनिंग सेशन में कड़ी मेहनत की हो क्योंकि इसके बाद तेज रिकवरी के लिए यह एक बेहतर विकल्प है।
इस दौरान उत्तर प्रदेश ओलंपिक एसोसिएशन के महासचिव श्री आनन्देश्वर पाण्डेय ने बताया कि खिलाड़ियों को पौष्टिक आहार व उपलब्ध कराने पर हमारे यहां कोई विशेष ध्यान नहीं दिया जाता है जबकि दूसरे देशों में खिलाड़ियों के पौष्टिक आहार पर पूरा ध्यान दिया जाता है। श्री पाण्डेय ने अवगत कराया कि भारतीय ओलम्पिक संघ ने इस दिशा में प्रयास शुरू कर दिए है और ग्लैनबिया न्यूट्रीशनल प्राइवेट लिमिटेड के साथ करार किया गया है। इसी दिशा में यूपी ओलंपिक एसोसिएशन ने भी इस फर्म से करार किया है ताकि प्रदेश के खिलाड़ियों को भी पौष्टिक व संतुलित आहार मुहैया कराया जा सके।
उन्होंने कहा कि यदि आप खिलाडिय़ों को प्रशिक्षण दे रहे है तो उसमें खेल की तकनीक व नियमों की जानकारी देने के अलावा इस बात की भी आदत डालिए कि आप खुराक ऐसी ले यानि अपनी डायट में ऐसी चीजों का समावेश करे जो आपके खेल को आगे बढ़ाने में योगदान दे। इसके साथ ही किस समय क्या खाना ज्यादा सही रहेगा इसका भी ध्यान रखें।
इस सेमिनार में प्रदेश भर से आए खिलाड़ियों व कोचों ने शिरकत की। इस अवसर पर टार्जन स्पोर्ट्स न्यूट्रीशियन स्कूल के निदेशक श्री अतनु दास, ग्लैनबिया न्यूट्रीशनल से श्री नितिन मोदी के साथ संयुक्त खेल निदेशक श्री एके बनौधा, सहायक खेल निदेशक श्री राजनारायण सिंह और खेल विभाग के कई अन्य अधिकारी व खेल संघों के पदाधिकारी व खिलाड़ी भी मौजूद थे।