लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के महागठबंधन को लेकर दिए गए बयान पर भारतीय जनता पार्टी ने पलटवार किया है. सत्ताधारी पार्टी ने कहा है कि अखिलेश सत्ता पाने के लिए चाहे जिसके आगे घुटने टेक दें, लेकिन अब उनकी दाल गलने वाली नहीं है.

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि, समझौते के लिए मायावती के सामने घुटना टेकना बलिदान नहीं, बल्कि तरणताल वाला बंगला पाने की उनकी लालसा है. मनीष शुक्ला ने कहा कि भाजपा एक बार फिर 2019 में मोदी के नेतृत्व में 2014 से भी अधिक सीटों पर चुनाव जीतकर केंद्र में सरकार बनाएगी.

मनीष शुक्ला ने उत्तर प्रदेश में मायावती और अखिलेश के बीच होने वाले संभावित गठबंधन को लेकर कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता ने बीते 14 साल के उनके शासन को देखा है. हाल ही में अखिलेश यादव ने अपने सरकारी बंगले को छोड़ने से पहले उसका जो हाल किया, वह भी सबने देख लिया है इसलिए अखिलेश चाहे कितना भी जतन कर लें, यूपी में अब उनकी दाल गलने वाली नहीं है.

शुक्ला ने कहा कि अखिलेश की हताशा इस बयान में भी दिखती है कि जब वे कहते हैं कि, बंगला की वास्तविकता दिखाने वाले अधिकारी मेरे सामने कप-प्लेट उठाते थे. उन्होंने कहा कि अब प्रदेश की जनता ने अखिलेश यादव का असली चेहरा देख लिया है, जनता अब प्रदेश में बदहाली देने वाली सपा को फिर से सत्ता की चाबी नहीं सौंपेगी. उल्लेखनीय है कि पूर्व मुख्यमंत्री व सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा था कि वह भाजपा को हराने के लिए कोई भी कीमत चुकाने को तैयार हैं. यदि सपा को गठबंधन में कम सीटें भी मिलेंगी तो भी वे गठबंधन करेंगे.

उन्‍होंने कहा कि 2 करोड़ युवाओं को रोजगार देने जैसे बड़े-बड़े वायदे किये. आठ साल में सबसे ज्यादा बेरोज़गारी हिन्दुस्तान में है. आज प्रधानमंत्री जी रोज़गार, स्किल की बात नहीं करते. बीजेपी कि रणनीति साफ है. पूरा का पूरा फायदा 15-20 लोगों को जायेगा. उसमें न ओबीसी, न किसान, न आदिवासी… किसी की नहीं चलेगी.