सुलतानपुर : दबंगों के आगे असहाय बना प्रशासन, भूस्वामियों ने कलेक्ट्रेट में दिया धरना
सुलतानपुर । स्थगनादेश बाधित अपनी भूमिधरी आराजी पर दबंगों द्वारा
जबरदस्ती किए जा रहे निर्माण की शिकायत पर कार्यवाही कर पाने में नाकाम
रहा प्रशासन । दबंगों ने युद्धस्तर पर शुरू किया निर्माण । पीड़ित पक्ष ने
जिलाधिकारी कार्यालय के सामने परिवार सहित दिया धरना।
बताते चलें कि तहसील सदर व थाना धम्मौर क्षेत्र के ग्राम बिकना निवासी
राम तीरथ सुत बद्री ने जिलाधिकारी को दिये प्रार्थनापत्र में अवगत कराया
है कि हल्का लेखपाल व स्थानीय पुलिस की मिलीभगत से सिविल जज सुलतानपुर के
न्यायालय में वादग्रस्त भूमि गाटा संख्या 274 में पारित स्थगन आदेश के
बावजूद दिनांक 10अप्रैल 2018 अवैध रूप से रामबहादुर सुत बब्बन, करमबली
सुत राम बहादुर व राम बहादुर की पत्नी तीनों मिलकर नींव खोदवाकर पिलर
डालना शुरू किए । जब उसने व उसकी मां कंचन ने मौके पर जाकर रोकने का
प्रयास किया तो उक्त लजोगो ंने मां बहजन की भद्दी भद्दी गालियां देते
हुए जान से मार डालने की नीयत से दौड़ा लिए। किसी तरह जान बचाकर भागने के
बाद डायल 100 पर फोन कर मदद मांगी गयी जिस पर पुलिस मौके पर पहुंचकर
प्रार्थी व विपक्षी को लेकर थाने आयी । जहां पुलिस ने यह कहते हुए
कार्यवाही से मना कर दिया कि लेखपाल के आदेश पर निर्माण कराया जा रहा है।
अब कभी पुलिस को फोन मत करना और थाने पर भी मत आना । इसके बाद
उच्चाधिकारियों को प्रार्थनाप,त्र देकर अवगत कराया तो 12 अप्रैल को
एसडीएम सदर के हस्तक्षेप पर निर्माणा रूकवाया गया किन्तु एक महीने बाद
पुनः दीवानी न्यायालय के स्थगन आदेश एवं सदर एसडीएम के आदेश की अवहेलना
करते हुए विपक्षी द्वारा 05 जून से निर्माण शरू कर दिया गया है । स्थगन
आदेश का उल्लंघ्न करते हुए किए जा रहे निर्माणा में विपक्षाी ने स्थानीय
पुलिस की सलाह पर मजदूरों एवं राजगीरों की संख्या बढ़ा दी है और युद्धस्तर
पर काम शुरू कर दिया है। मना करने पर अमादा फौजदारी हो रहे हैं।
जिलाधिकारी से मिलने के बाद भी जब प्रभावी कार्यवाही नहीं हुई तो पीड़ित
परिवार जिलाधिकारी कार्यालय के सामने शक्रवार को धरने पर बैठ गया । धरना
दे रहे लोग मांग कर रहे हैं कि स्थगन आदेश का अनुपालन कराते हुए हो रहे
निर्माण कार्य को तत्काल बन्द कराया जाय।