एमिटीयन्स ने ली पर्यावरण बचाने की शपथ
लखनऊ: विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर एमिटी विश्वविद्यालय लखनऊ परिसर के डीन छात्र कल्याण कार्यालय द्वारा बीट जीम प्लास्टिक पाॅल्यूशन वृक्षारोपण और शपथ ग्रहण का कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता इकोमैन लेबोरेट्री के संस्थापक डा. आर.एन. भार्गव दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस दौरान चेयरमैन एमिटी लखनऊ परिसर के सलाहकार सेवानिवृत्त मेजर जनरल केके ओहरी (एवीएसएम), कार्यकारी प्रति कुलपति एमिटी लखनऊ परिसर, डा. सुनील धनेश्वर और डीन छात्र कल्याण, एमिटी लखनऊ परिसर प्रो. मंजू अग्रवाल भी मौजूद रहीं।
अतिथियों का स्वागत करते हुए डा. सुनील धनेश्वर ने पर्यावरण में प्रदूषण के खतरनाक स्तर को पार कर जाने पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि आज की वास्तविकता यह है कि हमें प्रदूषण के संदर्भ में विचार नहीं प्रभावी कार्यवाही करनी चाहिए। उन्होने कहा कि हमें देखना होगा कि हम अपने आने वाली पीढ़ी को कैसा भविष्य देगें। री घनेश्वर ने युवाओं से आग आकर अपने प्र्यावरण को सुरक्षित बनाने के लिए प्रयास करने के लिए कहा।
मेजर जनरल केके ओहरी ने लघु वृत्तचित्रों के जरिए प्रदूषण की भयावहता को दर्शाया और कहा कि हमें सबसे पहले अपने रोजमर्रा के जीवन से प्रदूषणकारी तत्वों को खत्म करना होगा। मुख्य वक्ता डा. आर.एन. भार्गव ने प्लास्टिक प्रदूषण के बारे में बताते हुए कहा कि, प्लास्टिक का उत्पादन 1950 में दो मिलियन टन प्रतिवर्ष से आरम्भ हुआ था जो कि 2015 में बढ़कर 380 मिलियन टन हो गया। उन्होने कहा कि पृथ्वी पर आज प्लास्टिक सबसे खतरनाक समस्या बन चुका है। लगभग 50 प्रतिशत प्लास्टिक का उपयोग एक बार ही प्रयोग में आने वाले उत्पाद के रूप् में किया जा रहा है और यही सर्वाधिक प्रदूषण का कारक है। श्री भार्गव ने प्लास्टिक के कारण होने वाली बीमारियों के बारे में भी चर्चा की।
एमिटी के युक्ति क्लब के सदस्यों ने अतिथियों को उपहार स्वरूप पौधे भेंट किए। इस अवसर पर सभी उपस्थित लोगों को प्र्यावरण को बचाने और सुरक्षित करने के लिए शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम के दौरान डा. दुर्गेश उपाध्याय ने पर्यावरण गीत प्रस्तुत किया।