नए चेयरमैन की तलाश में ICICI बैंक
नई दिल्ली: आईसीसीआई बैंक के बोर्ड आगे एक के बाद एक मुश्किल आ रही हैं. सीईओ चंदा कोचर विवाद के बाद अब एक नई मुसीबत ने बोर्ड को घेर लिया है. दरअसल, बोर्ड बैंक के नए चेयरमैन की तलाश कर रहा है. लेकिन, फिलहाल जितने भी दिग्गजों के नाम सामने आए हैं वो शायद बैंक चेयरमैन बनने को तैयार नहीं. लेकिन, फिर कुछ नाम हैं जो इस रेस में आगे हैं. बता दें, बैंक के मौजूदा चेयरमैन एमके शर्मा का कार्यकाल इस महीने खत्म हो रहा है. एमके शर्मा ने दूसरा कार्यकाल लेने से भी इनकार कर दिया है. सूत्रों के मुताबिक, बोर्ड को आईसीआईसीआई बैंक को क्राइसिस से निकालने के लिए एक योग्य बैंकर की जरूरत है. हालांकि, अभी तक कोई नाम फाइनल नहीं हुआ है, लेकिन रेस में सबसे आगे 'माल्या' का नाम है.
इकोनॉमिक टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक, बैंक के चेयरमैन बनने की रेस में बैंक ऑफ बड़ौदा के पूर्व चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर एम. डी माल्या का नाम सबसे आगे चल रहा है. माल्या के पास कई बैंकों में काम करने का अनुभव है. वो पहले बैंक ऑफ महाराष्ट्र, ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और कॉरपोरेशन बैंक में भी लीडरशिप पोजिशन पर रह चुके हैं. 2010 और 2012 में उन्हें बैंकर ऑफ द ईयर अवॉर्ड से नवाजा जा चुका है. सूत्र के मुताबिक, बोर्ड के कुछ मेंबर माल्या को यह पद देने के पक्ष में हैं. माल्या को ही इस पद के लिए फेवरेट माना जा रहा है.
बैंक के बोर्ड में फिलहाल एक नाम को लेकर सहमति नहीं बनी है. कुछ मेम्बर्स एम डी माल्या के नाम पर अड़े हैं, वहीं कुछ बोर्ड मेंबर अब भी एम के शर्मा को ही दूसरा कार्यकाल देने के पक्ष में हैं. सूत्रों के मुताबिक, कुछ बोर्ड मेंबर 70 साल के मौजूदा चेयरमैन को पद पर कुछ समय तक बनाए रखना चाहते हैं, लेकिन खुद शर्मा ऐसा नहीं चाहते. उन्हें 1 जुलाई 2015 को तीन साल के लिए बैंक का नॉन-एग्जिक्युटिव चेयरमैन बनाया गया था. कानून के मुताबिक, नॉन-एग्जिक्युटिव डायरेक्टर के अप्वाइंटमेंट के लिए अधिकतम उम्र 75 साल तय है.
सूत्रों के मुताबिक, ICICI बैंक के बोर्ड ने कुछ समय पहले एक नाम तय करके आरबीआई के पास भेजा था, लेकिन उस नाम पर मुहर नहीं लगी. आरबीआई ने इस नाम पर आपत्ति जाहिर की थी. हालांकि, यह नाम किसका था यह अभी पता नहीं चला है. सूत्रों बताते हैं कि बोर्ड और आरबीआई के बीच इसको लेकर बातचीत जारी है. जल्दबाजी में कोई फैसला नहीं होगा. जल्द ही इस पर कोई निर्णय लिया जाएगा.
दरअसल, कुछ समय पहले उजागर हुए रोटोमैक फ्रॉड मामले में एम डी माल्या से सीबीआई ने पूछताछ की थी. यह मामला 3600 करोड़ रुपए से जुड़ा है. माल्या के अलावा बैंक ऑफ बड़ौदा के कुछ और अधिकारियों से भी पूछताछ की गई थी. ऐसे में आईसीआईसीआई बैंक का चेयरमैन बनने की राह में माल्या के आगे यह रोड़ा अटक सकता है.
सूत्रों की मानें तो आईसीआईसीआई बैंक ने चेयरमैन पद के लिए कई जाने-माने उद्योगपतियों और सीनियर रिटायर्ड बैंकरों से संपर्क किया था, लेकिन सीईओ चंदा कोचर को लेकर चल रहे विवाद की वजह से ज्यादातर ने यह ऑफर ठुकरा दिया. एम के शर्मा की अगुवाई वाले बोर्ड की सीईओ चंदा कोचर का समर्थन करने के लिए पहले आलोचना हो चुकी है.
वीडियोकॉन लोन मामले में घिरीं आईसीआईसीआई बैंक की मैनेजिंग डायरेक्टर चंदा कोचर इस वक्त छुट्टी पर हैं. चर्चा है कि चंदा कोचर को फोर्स लीव पर भेजा गया है. हालांकि, बैंक ने स्पष्ट कर दिया है कि वह वार्षिक अवकाश पर हैं. लेकिन, माना जा रहा है कि बैंक ने अभी कुछ पहले ही आतंरिक जांच शुरू की है, जिसके बाद से चंदा कोचर छुट्टी पर हैं.
चंदा कोचर के खिलाफ आतंरिक जांच भले ही शुरू की गई हो, लेकिन 28 मार्च 2018 को बैंक ने कथित गड़बड़ियों के बावजूद चंदा कोचर को क्लीन चिट दी थी. आपको बता दें, चंदा कोचर पर कथित तौर पर आचारसंहिता के उल्लंघन, हितों के टकराव और बेजा फायदा पहुंचाने के नए आरोप लगे हैं. बैंक के बोर्ड ने इसकी स्वतंत्र जांच के आदेश दिए हैं. इसमें फॉरेंसिक ऑडिट भी शामिल है.