ग्वाटेमाला में ज्वालामुखी फटा, 25 लोगों की मौत
ग्वाटेमाला के सबसे सक्रिय ज्वालामुखी 'वोल्कन डे फुगो में हुए विस्फोट में कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई। विस्फोट से निकली राख के कारण हवाईअड्डे को बंद करना पड़ा। देश की आपदा प्रबंधन एजेंसी नेशनल कॉर्डिनेटर फॉर डिजास्टर रिडक्शन के प्रवक्ता ने एक व्हाट्सएप ग्रुप में कहा, ''रात नौ बजे तक मृतकों की संख्या 25 थी।
प्रवक्ता ने कहा कि लापता और मृतकों के लिए खोज एवं बचाव अभियान कम रोशनी और खतरनाक स्थितियों के कारण रद्द कर दिया गया है। ज्वालामुखी फटने से आसपास के इलाके में आसमान में राख फैल गई। इससे पहले आपदा प्रबंधन एजेंसी के प्रमुख सर्गियो कबानास और राष्ट्रपति जिम्मी मोराल्स ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि घटना में सात लोगों की मौत हो गई, 20 घायल हो गए और 17 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए।
मोराल्स ने घटना से सबसे अधिक प्रभावित एस्क्युन्टिला, चिमाल्टेनांगो और सैकेटेपेक्वेज के लिए रेड अलर्ट की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि वह और उनकी सरकार इलाकों में आपातकाल की स्थिति की घोषणा करने के बारे में कांग्रेस से बात करेगी। साथ ही उन्होंने लोगों से शांत रहने की अपील की। मोराल्स ने कहा कि आपात अभियानों में मदद करने के लिए पुलिस, रेड क्रॉस और सेना के हजारों कर्मियों को भेजा गया है।
कबानास ने कहा कि कुछ लोग लापता भी हुए हैं लेकिन हमें यह नहीं पता कि कितने लोग लापता हैं। उन्होंने कहा कि लावा निकलने से कई समुदायों तक पहुंच बाधित हो गई है। विमानन अधिकारियों ने बताया कि ज्वालामुखी से निकली घनी राख के कारण ग्वाटेमाला सिटी के अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे को बंद करना पड़ा।