मध्य प्रदेश में 60 लाख से ज्यादा फर्जी वोटर: कांग्रेस
नई दिल्लीः मध्य प्रदेश में फर्जी वोटरकार्ड और वोटरलिस्ट का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। कांग्रेस ने इस मामले में आज (03 जून) चुनाव आयोग में शिकायत की है। आयोग के अधिकारियों ने कांग्रेस नेताओं को वोटर लिस्ट में सुधार कराने का भरोसा दिया है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि राज्य में 60 लाख से ज्यादा फर्जी वोटर हैं। कांग्रेस नेताओं ने चुनाव आयोग से वोटर लिस्ट की फिर से जांच कराने, सभी रिटर्निंग ऑफिसर से सर्टिफिकेट मांगने, फर्जी वोटरों को शामिल करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई करने और दागियों को 10 साल तक चुनाव कार्य से बाहर रखने की मांग की है। आयोग से शिकायत करने के बाद कांग्रेस नेताओं ने मीडिया से बात की।
कांग्रेस सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राज्य की शिवराज सिंह चौहान सरकार पर आरोप लगाया है और कहा है कि यह बीजेपी द्वारा जानबूझकर तैयार किया गया है ताकि आगामी विधानसभा चुनावों में फर्जी वोटिंग हो सके। सिंधिया ने सवाल उठाया कि जब पिछले 10 सालों में राज्य की आबादी ही 24 फीसदी बढ़ी है तो राज्य में मतदाताओं की संख्या 40 फीसदी कैसे बढ़ गई? उन्होंने कहा कि उनकी टीम ने 100 विधान सभा की मतदाता सूची का निरीक्षण किया है, उसमें पाया गया है कि एक ही मतादाता का नाम 26 जगहों पर है। उन्होंने इस मामले में चुनाव आयोग से तुरंत कार्रवाई की मांग की है।
मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने भी कहा कि उनलोगों ने चुनाव आयोग को पर्याप्त सबूत दिए हैं और राज्य में करीब 60 लाख बोगस वोटर्स के नाम पर आपत्ति जताते हुए, उसे वोटर लिस्ट से हटाने को कहा है। कमलनाथ ने कहा कि यह जानबूझकर किया गया है। उन्होंने कहा कि यह प्रशासनिक लापरवाही नहीं बल्कि प्रशासनिक दुरुपयोग है। बता दें कि इस साल के अंत तक मध्य प्रदेश में विधान सभा चुनाव होने हैं। उससे पहले राज्य निर्वाचन विभाग ने मतादाता सूची का अनंतिम प्रकाशन किया है, जिसमें कई गड़बड़ियां सामने आई हैं। कुछ दिनों पहले कांग्रेस प्रवक्ता मानक अग्रवाल ने कहा था कि एक ही फोटो पर 40 लोग मतदान कर रहे हैं, उसमें पुरूष और महिला दोनों हैं। उन्होंने आरोप लगाया था कि इस खेल में सारे कलेक्टरों का उपयोग किया गया है।