‘‘माई स्कूल’’ परियोजना के लिए HCL ने मिलाया लखनऊ जिला प्रशासन से हाथ
20 सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने का उठाया बीड़ा
एचसीएल टेक्नोलॉजीज लिमिटेड के कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) प्रभाग ‘‘एचसीएल फाउंडेशन’’ ने ‘‘एचसीएल की अद्धितीय पहल ‘‘माई स्कूल’’ परियोजना के लिए लखनऊ के जिला प्रशासन के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया। इसका उद्देश्य लखनउ के 20 सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करना है। लखनउ के जिला प्रशासन के साथ मिलकर इन स्कूलों की पहचान की जा चुकी है।
यह समझौता ज्ञापन (एमओयू) इन स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने की दीर्घकालिक प्रतिबद्धता का परिचायक है। इसका कार्यान्वयन ‘‘माई स्कूल’’ बैनर के तहत होगा। ‘‘माई स्कूल’’ एक आदर्श परियोजना है जिसके तहत एचसीएल फाउंडेशन और जिला प्रशासन ‘‘सभी को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा’’ प्रदान करने के बड़े लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मिलकर काम करेंगे।
एमओयू के तहत – अगले 5-6 वर्षों के दौरान चरणबद्ध योजना के माध्यम से कक्षाओं, पुस्तकालयों, खेल के मैदानों, विज्ञान प्रयोगशालाओं, डिजिटल साक्षरता की सुविधा और पहचान की गई अन्य जरूरतों के संबंध में पहचाने गए स्कूलों के बुनियादी ढांचे में सुधार। विभिन्न अभिनव शिक्षण और सीखने की तकनीकों में निवेश करके तथा स्कूल कर्मचारियों और छात्रों की सहायता के लिए एचसीएल स्वयंसेवकों को उपलब्ध कराकर छात्रों के समग्र शिक्षण परिणामों में सुधार करने के लिए काम करना। बुनियादी ढांचे को मजबूत करकेे, शिक्षण-सीखने की प्रक्रिया को और अधिक गतिशील बनाकर और समग्र विकास के मार्ग को प्रशस्त करके राज्य के स्कूलों में बच्चों के नामांकन, उनकी उपस्थिति और बच्चों के स्कूलों में बने रहने की (प्रतिधारण) में सुधार। नेतृत्व को मजबूत करने और पाठ्यक्रम के प्रभावी संचालन को सुनिश्चित करने के लिए शिक्षकों और स्कूल प्रशासन की क्षमताओं का निर्माण। सामुदायिक-आधारित शिक्षण समाधान का सृजन करने के लिए स्कूलों के साथ समुदायों के एकीकरण और तालमेल के लिए एक तंत्र बनाना। समझौता ज्ञापन (एमओयू) का लक्ष्य स्कूलों में सकारात्मक परिवर्तन को संभव बनाना है ताकि छात्रों के नामांकन, उपस्थिति और शिक्षण परिणाम में वृद्धि हो सके। इस लक्षय को स्कूल विकास के सहभागी मॉडल के माध्यम से हासिल किया जा सकता है जिसमें स्कूल प्रबंधन समितियों (एसएमसी) की सक्रियता और स्कूल प्रशासन, प्रधानाचार्यों, शिक्षकों और छात्रों की क्षमता का निर्माण शामिल है। इस परियोजना के तहत स्कूल की क्षमता तथा बेसलाइन गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक स्कूल के लिए हस्तक्षेप की योजना बनाई गई है। बेसलाइन गुणवत्ता का आकलन व्यापक पद्धति से किया गया है जिसका विकास एचसीएल फाउंडेशन ने किया है। अपनी शिक्षा पहल के एक हिस्से के रूप में, एचसीएल फाउंडेशन भारत के विभिन्न स्कूलों के साथ मिलकर काम कर रहा है।
इस अवसर पर जिला मजिस्ट्रेट, लखनऊ कौशल राज शर्मा ने कहा, एचसीएल फाउंडेशन की ‘‘माई स्कूल’’ परियोजना से जुड़ने पर हमें खु शी है। हम दृढ़ता से मानते हैं कि समावेशी शिक्षा हर बच्चे का अधिकार है। हमें विश्वास है कि यह कार्यक्रम शिक्षा के लिए सही मंच प्रदान करने की दिशा में हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत करेगा जिसका हकदार हर बच्चा है। यह अनूठी भागीदारी उन लोगों के लिए शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद करेगी जो लखनऊ जिले में सामाजिक-आर्थिक पायदान पर सबसे नीचे हैं।’’
एचसीएल फाउंडेशन की निदेशक एवं प्रमुख (सीएसआर) सुश्री निधि पुंधीर ने कहा, ‘‘इस पहल के माध्यम से, हमारा लक्ष्य बुनियादी भौतिक ढांचे और सुविधाओं को मजबूत करना है, क्लासरूम के तौर-तरीकों को अधिक जीवंत और सहयोगी बनाना है, क्षमता निर्माण पहल के माध्यम से स्कूलों के नेतृत्व गुणों और प्रबंधन के निर्माण में मदद करना है और आसपास के समुदायों के साथ प्रभावी सहभागिता को सुनिश्चित करना है। हमारा मानना है कि इस तरह के हस्तक्षेप से छात्रों की शिक्षा की गुणवत्ता में वृद्धि होगी।’’