‘लंबी छलांग के लिए दो कदम पीछे जाना पड़ता है ‘
उपचुनाव के नतीजों पर राजनाथ सिंह का तर्क
नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को उपचुनाव के परिणामों पर कहा कि 'लंबी छलांग लगाकर आगे जाने के लिए दो कदम पीछे जाना पड़ता है.' राजनाथ सिंह ने ये बयान मध्य प्रदेश के एकदिवसीय दौरे पर दिया. गृह मंत्री ने कहा कि अगर आपको लंबी छलांग लगानी होती है, तो आपके दो कदम पीछे जाना ही पड़ता है. राजनाथ सिंह ने कहा कि उपचुनाव के परिणाम हमारे लिए वही कदम है. आपको बता दें कि देशभर में चार लोकसभा और 11 विधानसभा सीटों पर गुरुवार को मतदान की गणना हो रही है. इन में उत्तर प्रदेश की कैराना, महाराष्ट्र की पालघर और भंडारा-गोंदिया के साथ उत्तर-पूर्वी भारत की नागालैंड लोकसभा सीट है.
राजनाथ सिंह ने पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर कहा कि पेट्रोल-डीजल की कीमतों के बढ़ने से देश की अर्थ व्यवस्था पर कोई बड़ा संकट पैदा नही हुआ है. सरकार कीमतों को कम करने के लिए प्रयास कर रही है. वहीं मध्य प्रदेश में एक जून से दस जून तक किसान संगठनों के प्रस्तावित आंदोलन पर उन्होंने कहा कि ये किसानों का आंदोलन नही कांग्रेस का आंदोलन है. सिंह ने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी भट्टा-परसौल को भूल गए हैं, चुनावी साल में मंदसौर को याद कर रहे हैं. राजनाथ सिंह ने कांग्रेस पर आक्रामक होते हुए कहा कि 60 सालों में कांग्रेस ने किसानों के लिए कुछ नहीं किया. सिंह ने कहा कि हम नहीं कहते हैं कि हमने चार सालों में सब कुछ कर दिया है.
गृह मंत्री ने कहा कि पहली बार ऐसा हुआ कि कोई चुनी हुई सरकार अपने कामकाज का ब्यौरा दे रही है. सिंह ने कहा कि चार सालों में कोई भी बड़ी आतंकवादी वारदात नही हुई है. उन्होंने कहा कि पहले 135 जिले नक्सलवाद से प्रभावित थे, अब 90 जिले प्रभावित है. सिंह ने कहा कि नक्सलवाद और माओवाद 10 से 11 जिलों में सिमटकर रह गया है. उन्होंने कहा कि भारत अब दुनिया की टॉप 5 इकोनॉमी पावर में से एक बन गया है. भ्रष्टाचार को कम करने के लिए सरकार ने बड़े कदम उठाए हैं. सिंह ने कहा कि सरकार की 431 ऐसी स्किम है जिसकी सब्सिडी 3,75,496 करोड़ जनता तक सीधे पहुंची है.