लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बीएड टीईटी 2011 के प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों पर यूपी पुलिस ने आज बर्बरता से लाठीचार्ज किया है जिसमें कई अभ्यर्थियों को काफी गंभीर चोटें आयी हैं . अभ्यर्थियों ने भी पुलिस पर पथराव किया है. लखनऊ के कैंट क्षेत्र में पुलिस और प्रदर्शनकारियों की भिडंत के दौरान दो रोडवेज बस और कई गाड़ियों के शीशे टूटने की खबर है. नियुक्ति की मांग लेकर हजारों अभ्यर्थी विधानसभा घेराव करने जा रहे हैं.

तीस नवंबर 2011 में 72,825 पदों पर भर्ती निकाली गई थी. इन पदों पर टेट के अंकों पर भर्ती होनी थी जिसे अभ्यर्थियों ने हाई कोर्ट इलाहबाद में चैलेंज किया था. अभ्यर्थियों ने अकादमिक मेरिट पर भर्ती की मांग रखी थी. इसी बीच 2012 में सपा सरकार आ गई और सरकार ने टेट मेरिट पर आधारित विज्ञापन को रद्द करके, 7 दिसंबर 2012 को 72825 पदों के लिए अकादमिक मेरिट के आधार पर नया विज्ञापन जारी किया. पुराना मामला कोर्ट में चलता रहा.

मुकदमें के दौरान इलाहबाद कोर्ट ने पुराने विज्ञापन को भी सही मानते हुए, उस पर भी भर्ती का आदेश दिया था. यह आदेश नवंबर 2014 में आया. सपा सरकार ने विज्ञापन बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया. अभ्यर्थियों के अनुसार 25 जुलाई 2017 को SC ने अपने आदेश में नए विज्ञापन को सही मानते हुए अब तक हुए अंतरिम आदेशों पर हुई भरतियों को सुरक्षित करते हुए, नए विज्ञापन पर भी भर्ती की सरकार को छूट दी. लेकिन अभी तक मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद भी भर्ती नहीं हो सकी है.