गंगा जी हमारे लिए जीवनदायिनी भी है और मोक्षदायिनी भी: योगी आदित्यनाथ
हरिद्वार में उ0प्र0 सरकार के पर्यटक आवास गृह का शिलान्यास व भूमि पूजन
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री त्रिवेद्र सिंह रावत ने आज हरिद्वार, उत्तराखण्ड में 41 करोड़ रुपए की लागत से उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा निर्मित किए जाने वाले 100 कक्षों के पर्यटक आवास गृह का शिलान्यास व भूमि पूजन किया।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पूर्व में उत्तर प्रदेश व उत्तराखण्ड के बीच तमाम प्रकार के विवाद रहे हैं। इन विवादों के समाधान के लिए उत्तर प्रदेश व उत्तराखण्ड सरकार ने सार्थक प्रयास किए। बातचीत के जरिये अलकनन्दा होटल से जुड़े प्रकरण का समाधान होने जाने के फलस्वरूप आज उत्तर प्रदेश भवन के नाम पर यहां एक नवीन पर्यटक आवास गृह के लिए भूमि पूजन का कार्य सम्पन्न हुआ है। उन्होंने कहा कि इस पर्यटक आवास गृह का नाम भागीरथी पर्यटक गृह रखा जाएगा। इस पर्यटक आवास गृह का निर्माण उत्तराखण्ड की वास्तु शैली के अनुरूप किया जाएगा। इस कार्य के सम्पन्न होने से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की परिकल्पना ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ को बल मिला है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड से निकलने वाली पवित्र नदियों-गंगा और यमुना के कारण उत्तर भारत देश का सबसे उर्वरा क्षेत्र है। इन दोनों नदियों का सर्वाधिक प्रवाह क्षेत्र उत्तर प्रदेश में है। इन पवित्र नदियों के कारण ही उत्तराखण्ड राज्य देश और दुनिया में एक आध्यात्मिक और धार्मिक राज्य के रूप में पहचाना जाता है। उत्तराखण्ड विकास के पथ पर तेजी से अग्रसर हो रहा है। उत्तराखण्ड के तीर्थ स्थलों व धामों को दर्शनीय बनाने के लिए वर्तमान उत्तराखण्ड सरकार जो प्रयास कर रही वह सराहनीय है। यहां की धार्मिक यात्राओं पर आने वाले श्रद्धालुओं में सर्वाधिक संख्या उत्तर प्रदेश की होती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा जी हमारे लिए जीवनदायिनी भी हंै और मोक्षदायिनी भी। इनकी अविरलता और निर्मलता को बनाये रखना हम सबका दायित्व है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने नमामि गंगे परियोजना के माध्यम गंगोत्री से गंगा सागर तक गंगा जी को निर्मल बनाने का लक्ष्य रखा है। गंगा जी में कोई गन्दा नाला, सीवरेज या औद्योगिक कचरा कहीं भी न गिरे, इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार अनेक योजनाएं चला रही है, जिसकी समय सीमा 15 दिसम्बर, 2018 तय कर दी गई है। गंगा जी के किनारे के गांवों को ओ0डी0एफ0 घोषित किया गया है।
मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री की सराहना करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड की आध्यात्मिक व धार्मिक संस्कृति को एक धरोहर व विरासत के रूप में संजोना वर्तमान उत्तराखण्ड सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने श्री रावत जी व उनके मंत्रिमण्डल को उत्तर प्रदेश के लिए बद्रीनाथ में पर्यटक आवास गृह बनाने के लिए भूमि उपलब्ध कराने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि दोनों राज्यों के परिसम्पत्तियों के लम्बित प्रकरणों का निपटारा शीघ्र ही सौहार्दपूर्ण माहौल में किया जाएगा।
उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि योगी जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश तेजी से विकास के पथ अग्रसर है। योगी जी की त्वरित निर्णय लेने की क्षमता से ही उत्तर प्रदेश और उत्तराखण्ड के मध्य नहरों एवं अलकनन्दा होटल के सम्बन्ध में समझौता हुआ है। अन्तर्राज्यीय बस सेवाओं को सुगम और सुदृढ़ बनाने के लिए दोनों राज्यों के बीच पारस्परिक समझौता किया गया। दोनों राज्य आपसी तालमेल से शीघ्र ही परिसम्पत्तियों से सम्बन्धित मामलों में निर्णय लेंगे और उनका निस्तारण करेंगे। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए दोनों राज्यों को संयुक्त रूप से कार्य करना होगा। जल के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए दोनों राज्यों को दीर्घकालीन योजना बनानी होगी। जल को संचय करने के लिए वर्षा जल को एकत्रित करना जरूरी है। जल संरक्षण से ईको सिस्टम भी ठीक होगा। जल संरक्षण के लिए दोनों राज्यों को मिल-जुलकर प्रयास करने होंगे।
ज्ञातव्य है कि अलकनन्दा होटल परिसर में उपलब्ध भूमि में से 2,964 वर्ग मीटर भूमि पर उत्तर प्रदेश पर्यटन द्वारा नवीन पर्यटक आवास गृह (होटल) का निर्माण किया जाएगा। यह निर्माण कार्य दो वर्ष की अवधि में पूरा करा लिया जाएगा। नवीन पर्यटक आवास गृह के निर्मित होेने तक वर्तमान अलकनन्दा होटल का संचालन उ0प्र0 राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा किया जाएगा। नवीन होटल निर्मित होने के पश्चात पुराने होटल को उत्तराखण्ड राज्य को हस्तान्तरित कर दिया जाएगा। इसके अनुक्रम में हरिद्वार के होटल अलकनन्दा के परिसर में 100 कक्षों के नवीन पर्यटक आवास गृह (होटल) का निर्माण कराया जा रहा है।
इसके लिए प्रथम चरण में फर्नीचर एवं इण्टीरियर को छोड़कर 26.54 करोड़ रुपये की वित्तीय एवं प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गयी है। नवीन पर्यटक आवास गृह भूतल सहित 6 तलों का होगा। भूतल पर रेस्टोरेण्ट, किचन, मल्टीपरपज़ हाॅल, दो स्टेअर्स, दो पैसेन्जर लिफ्ट, एक सर्विस लिफ्ट, दो जनरल टाॅयलेट एवं पार्किंग का निर्माण किया जाएगा। प्रथम तल पर 10 सूट्स, 02 कक्ष, वेटिंग एरिया एवं यूटिलिटी कक्ष तथा द्वितीय तल से पंचम तल तक, प्रत्येक तल पर 22 कक्ष, वेटिंग एरिया एवं यूटिलिटी कक्ष बनाया जाएगा।