बागपत मे किसान की मौत नही बल्कि हत्या हुई है.अजय कुमार लल्लू
लखनऊ: बागपत मे धरनारत किसान की मृत्यु नही बल्कि हत्या है और इसकी दोषी सरकार को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए। उक्त घटना पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कांग्रेस विधान मंडल दल के नेता और विधायक अजय कुमार लल्लू ने जारी प्रेस विज्ञप्ति मे कही।
अजय कुमार लल्लू ने कहा कि भाजपा सरकार हमेशा से ही किसानों के साथ सौतेला बर्ताव करती है। उपज मूल्य का दोगुना लाभ देने का वादा करके सत्ता मे आयी भाजपा सरकार की कथनी करनी मे अंतर होने के कारण ही किसानों को आंदोलन करना पड रहा है। उन्होंने कहा कि बिजली किराए मे बढोत्तरी तथा गन्ना बकाये भुगतान को लेकर सदन मे इस मामले को उठाया गया था किन्तु सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया। केन्द्र सरकार सत्ता के चार साल और राज्य सरकार एक वर्ष पूरे होने का उत्सव किसानए गरीबों और बेरोजगारों की लाश पर मना रही है। सरकार की गलत नीतियों के कारण ही किसानों के गन्ना मूल्य 13500 करोड का भुगतान अभी तक लटका हुआ है और इस साल के प्रारम्भ मे किसान अपनी आलू उपज को सडक़ पर फेकने के लिए बाध्य हुए।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने ही रामकोला मे किसानों के उपर गोली चालन किया थाए अभी पिछले साल मध्यप्रदेश के रतलाम मे किसानों की सरकारी हत्या की गयी। उन्होने सरकार से गन्ने के बकाया भुगतान और बिजली किराए मे बढोतरी वापस लेने की मांग की। उन्होंने कहा कि सरकार पाकिस्तान से चीनी आयात कर रही हैए यह किसानों को बर्बाद करने की सोची समझी साजिश है।
मायावती ने अपनी पार्टी के संविधान में कुछ जरूरी फैसले लिये जाने की जानकारी देते हुए बताया,‘‘ मुझे खुद को भी मिलाकर तथा मेरे बाद अब आगे भी बसपा का जो भी ‘‘राष्ट्रीय अध्यक्ष’’ बनाया जायेगा तो फिर उसके जीते-जी व ना रहने के बाद भी उसके परिवार के किसी भी नजदीकी सदस्य को पार्टी संगठन में किसी भी स्तर के पद पर नहीं रखा जायेगा अर्थात उनके परिवार के सदस्य बिना किसी पद पर बने रहकर और एक साधारण कार्यकर्ता के रूप में ही केवल अपनी निःस्वार्थ भावना के साथ ही पार्टी में कार्य कर सकते है.'