तमिलनाडु के तूतीकोरिन जिले में वेदांता ग्रुप की स्टरलाइट कॉपर यूनिट के खिलाफ महीनों से चल रहे प्रदर्शन में मंगलवार को मारे गए 11 लोगों की मौत के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने तमिलनाडु सरकार को नोटिस जारी कर इस मामले में दो सप्‍ताह के अंदर रिपोर्ट सौंपने को कहा है. एनएचआरसी ने नोटिस में बताया है कि उन्‍हें मीडिया से खबर मिली है कि तमिलनाडु के तूतीकोरिन जिले में पुलिस ने लाठीचार्ज और गोलीबारी की. पुलिस के इस बर्ताव से प्रदर्शन हिंसक हो गया और 11 लोगों की जान चली गई. इस हिंसक झड़प में 30 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं. इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है.

दरअसल, कॉपर फैक्ट्री से हो रहे प्रदूषण के कारण यहां का ग्राउंड वॉटर भी प्रदूषित हो रहा है. इलाके में पीने के पानी की समस्या बढ़ रही है. स्थानीय लोगों का कहना है कि इस फैक्ट्री के प्रदूषण के कारण सेहत से जुड़ी गंभीर समस्या का संकट खड़ा हो गया है. हाल ही में इस कंपनी ने शहर में अपनी और यूनिट बढ़ाने की घोषणा की है. इसलिए स्थानीय लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शनकारियों ने मौजूदा कॉपर फैक्ट्री को बंद करने और आगे कोई और यूनिट चालू नहीं करने की मांग की है.

तमिलनाडु के डीजीपी टीके राजेंद्रन ने कहा, 'तूतीकोरिन के लोगों को किसी चिंता की जरूरत नहीं. हम हालात को काबू में लाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं और यह अब काफी हद तक काबू में भी आ चुका है.' वहीं, प्रदर्शनकारियों की मौत को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि उनकी मौत पुलिस की गोलियों से हुई यह जांच के बाद भी स्पष्ट हो सकेगा.