वाराणसी हादसा मंदिर तोड़ने का नतीजा: राजबब्बर
वाराणसी: उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष और सांसद राज बब्बर ने कहा है कि वाराणसी में पुल हादसा मंदिर तोड़ने का नतीजा है। ये बात उन्होंने कुछ स्थानीय लोगों के हवाले से कही है। बुधवार (16 मई) को बब्बर वाराणसी आए हुए थे, जहां उन्होंने हादसे में जख्मी हुए लोगों और उनके परिजनों से मुलाकात की व उनका हाल-चाल लिया। कांग्रेस सांसद ने इसी के साथ कहा कि वह इस हादसे ने उन्हें बेहद निराश किया है।
आपको बता दें कि वाराणसी में मंगलवार शाम तकरीबन पांच बजकर 45 मिनट पर कैंट रेलवे स्टेशन के पास फ्लाईओवर का हिस्सा अचानक गिर पड़ा था, जिसका काम पिछले तीन साल से जारी था। हादसे में करीब 18 लोगों की जान चली गई थी, जबकि 25 लोग जख्मी हुए थे। हादसे में जख्मी हुए लोगों में कुछ की स्थिति बेहद नाजुक थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर दुख जताते हुए उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित कर जांच के आदेश दिए थे। उन्होंने इसके साथ ही मृतकों के घर वालों को पांच-पांच लाख रुपए का मुआवजा देने का ऐलान भी किया था।
बातचीत में बब्बर बोले, “मुझे बताया गया कि चुनाव के पहले फ्लाईओवर का काम पूरा किया जाने को लेकर तीन विनायक मंदिर ढहाए गए थे। ऐसे में लोगों का मानना है कि यह हादसा मंदिर तोड़ने का नजीता है।” कांग्रेसी नेताओं का इस हादसे पर कहना था कि जितनी जिम्मेदारी अधिकारियों की बनती है, उतनी ही मंत्रियों की भी जिम्मेदारी होती है। ऐसे में उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
बकौल कांग्रेस सांसद, “अधिकारियों के खिलाफ तो कार्रवाई हो गई। कबीना मंत्री को भी सस्पेंड कर दिया जाना चाहिए।” बब्बर ने आगे मृतकों के घर वालों को मुआवजे के तौर पर दिए गए पांच लाख रुपए नाकाफी बताए। उन्होंने इसी कहा है कि पीड़ित परिवारों को 50 लाख रुपए मुआवजे के रूप में दिए जाने चाहिए।बब्बर यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा। कहा, “पीएम के संसदीय क्षेत्र में लापरवाही के कारण इतना बड़े हादसे हो जाते हैं और दूसरी तरफ वे जश्न मना रहे होते हैं।”