थम सकती हैं सर्प दंश से होने वाली 98 फीसदी मौतें: डा.केसी त्रिपाठी
सुलतानपुर। वेंटिलेटर लाइफ सेविंग मशीन है ,इसके उपयोग से 90 प्रतिशत
गंभीर रोगियों की जान बचायी जा सकती है। यह बातें सुप्रसिद्ध चिकित्सक
डा.केसी त्रिपाठी ने कही। उन्होंने बताया कि सर्प दंश से होने वाली 98
फीसदी मौतों को इस मशीन के उपयोग से रोका जा सकता है। वशर्ते सही समय पर
मरीजों को इसका लाभ मिल सके।
बुधवार को जिले के सुप्रसिद्ध चिकित्सक एवं आस्था हास्पिटल
संचालक डा.केसी त्रिपाठी ने राष्ट्रीय सहारा को बताया कि गंभीर बीमारियों
के चलते समुचित इलाज एवं जानकारी के अभाव में आये दिन अधिकतर मरीजों की
जान चली जाती है। इसमें से 90 प्रतिशत गंभीर रोगियों को वेंटीलेटर के
उपयोग से बचाया जा सकता है,लेकिन इसके लिए बेंटीलेटर का बेहतर उपयोग किया
जाना आवश्यक है। मशीन का उपयोग करने वाले डाक्टर को इसके बारे में पूरी
जानकारी होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि सांप काटने पर आदमी के शरीर में
फालिज हो जाता है जो आंख से शुरू होकर धीरे-धीरे पूरे शरीर को सुन्न कर
देता है। फालिज के चलते मनुष्य सांस नहीं ले पाता है और इसकी मृत्यु हो
जाती है। यदि वेंटीलेटर सही समय पर लगा दिया जाय तो यह सांस देने का काम
करता है और जहर का असर दो-तीन दिन में खत्म हो जाने के बाद आदमी ठीक हो
जाता है। उन्होंने बताया कि बेंटीलेटर की सुविधा केवल आस्था हास्पिटल में
ही उपलब्ध है। जानकारी के अभाव में गंभीर मरीज असमय मौत का शिकार हो जा
रहे हैं।