सामाजिक कुरीतियों को त्यागना होगा -खेमई प्रसाद
सुलतानपुर। टांटिया नगर बाईपास पर निषाद युवा मंच सुलतानपुर के तत्वाधान
में निषाद जागरूकता सम्मेलन का आयोजन राम प्यारे निषाद के नेतृत्व में
संपन्न हुआ। मुख्य अतिथि खेमई प्रसाद निषाद ने कहा कि निषाद समाज दलितों
एवं अतिपिछड़ों से भी शिक्षा, सामाजिक, आर्थिक एवं राजनैतिक रूप से पिछड़ा
है समाज को अधिक से अधिक शिक्षा पर विशेष ध्यान देना है तथा समाज में
लड़कों की अपेक्षा लड़कियों की तरफ ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता है और
लड़कियों की शादी में दहेज व दो पहिया वाहन की मांग की जाती है जो कि गलत
है। हमारी आबादी इतनी अधिक है फिर भी अपना प्रधान, बीडीसी व जिला पंचायत
नहीं बना पा रहे हैं यही कारण है कि आज समाज ग्रामीण स्तर की सुविधा से
वंचित है और हमें सामाजिक कुरीतियों को त्यागना होगा, दिखावा व फिजूल
खर्ची कम करना होगा, तभी हमारा समाज कुछ आगे बढ़ सकता है। अतिविशिष्ट
अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि शिवकुमार सिंह ने कहा कि जाति धर्म
से ऊपर उठाने व गरीबों, मजलूमों की मदद करना ही मेरा उद्देश्य है इसीलिए
मैं राजनीति में आया हूँ। कार्यक्रम के आयोजक राम प्यारे निषाद ने कहा कि
हमें आपसी मतभेद भुलाकर समाज के पिछड़ेपन की लड़ाई सबको मिलकर लड़ना होगा।
मुख्य वक्ता शिक्षक नेता श्यामलाल निषाद ने कहा कि दुनिया को सभ्यता और
संस्कृति से परिचित कराने वाला और कभी जल-थल पर शासन करने वाला निषाद
समुदाय बद से बदतर जिंदगी जी रहा है। उन्होंने कहा कि बाबा साहब डॉ0
भीमराव आंबेडकर ने हमें वोट का अधिकार देकर बहुत बड़ा उपकार किया है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता अशर्फीलाल निषाद व संचालन छोटेलाल निषाद ने किया।
इस मौके पर प्रधानाचार्य डॉ. राजकरन, नीलम कोरी, बीडीसी करमचंद्र, प्रधान
योगेश निषाद, सांसद महिला प्रतिनिधि रेखा निषाद, जेपी निषाद, दिलीप
निषाद, एनडी विद्रोही, राजीव निषाद, आनन्द निषाद, दरगाही निषाद, नन्दलाल
निषाद, रामकेश यादव, दीनानाथ गौड़, जैसराज निषाद, कुन्टल, निषाद, सन्तराम
निषाद, जगन निषाद, रामजश सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।