अयोध्या: रामलला के दानपात्र से करोड़ों के आभूषण ग़ायब, मचा हड़कंम्प
मुख्य पुजारी ने रिसीवर मंडल के अधिकारी पर लगाया आरोप
मुख्य पुजारी ने कहा कि वर्ष 2000 के बाद अभिलेखों में आभूषण का कोई उल्लेख नहीं किया गया है.
लखनऊ: अयोध्या में रामजन्म भूमि में रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने रामलला के दानपात्र में करोड़ों के घोटाले का आरोप लगाया है. इस आरोप के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है. मुख्य पुजारी ने रामलला के रिसीवर मंडल के कार्यालय में तैनात अधिकारी बसंत लाल मौर्या पर गंभीर आरोप लगाया है.
मुख्य पुजारी ने कहा कि रामलला के दानपात्र में आने वाले करोड़ों के आभूषण गायब कर दिए गए हैं. वर्ष 2000 के बाद अभिलेखों में आभूषण का कोई उल्लेख नहीं किया गया है. मुख्य पुजारी ने आरोप लगाया कि कमिश्नर कार्यालय में तैनात बाबू बसंत लाल मौर्या रामलला के दानपात्र से करोड़ों की संपत्ति का मालिक बन बैठा है.
मुख्य पुजारी का आरोप है कि रामलला के दानपात्र से करोड़ों के दान में आए आभूषण गायब कर दिए गए हैं. मुख्य पुजारी ने आरोप लगाया कि अधिकारी बसंत लाल मौर्या रामलला के दान पात्र से घोटाले कर करोड़ों की संपत्ति का मालिक बन बैठा है.
मुख्य पुजारी ने आरोप लगाते हुए भी यह कहा कि जब इसकी शिकायत रिसीवर से की जाती है तो सब चुप हो जाते हैं. अधिकारी बसंत लाल मौर्या जितने भी रिसीवर आए, सभी पर हावी रहा है. सारे रिसीवर केवल बसन्त लाल मौर्या की ही बात मानते हैं.
मुख्य पुजारी ने इसकी शिकायत सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी की है. मुख्यमंत्री से शिकायत करते हुए मुख्य पुजारी ने इस घोटाले की जांच की मांग भी की है. इस मामले को लेकर जब रिसीवर मंडलायुक्त से संपर्क किया गया तो उनका फोन नहीं रिसीव हुआ.