रेप पर राजनीति न करने की बात करने वाले मोदी कर्नाटक चुनाव में कर रहे हैं रेप की राजनीति
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बलात्कार के मुद्दे पर विपक्ष को राजनीति न करने की सलाह दी थी मगर बीजेपी कर्नाटक में इसे ही चुनावी हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रही है। दक्षिण भारत के प्रमुख अंग्रेजी अखबार डेक्कन हेराल्ड के पहले पन्ने पर छपे बीजेपी के विज्ञापन में बलात्कार के मुद्दे पर कर्नाटक की कांग्रेसी सिद्धारमैया सरकार पर हमला बोला गया है। जिसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दावे पर सवाल उठ रहे हैं।
दरअसल 18 अप्रैल को लंदन के ऐतिहासिक सेंट्रल हाल वेंस्टमिस्टर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18 अप्रैल को कहा था-“दुष्कर्म दुष्कर्म होता है, इसका राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए। हम यह कैसे कह सकते हैं कि इस सरकार में इतने रेप हुए, उस सरकार में उतने रेप हुए। इस तरह का आरोप-प्रत्यारोप नहीं करना चाहिए।” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कठुआ, उन्नाव सहित कई स्थानों पर हुई रेप की घटनाओं पर चुप्पी तोड़ते हुए यह बात कही थी।
मगर, अब कर्नाटक में चुनाव में जुटी बीजेपी की ओर से दक्षिण भारत के प्रमुख अखबार डेक्कन हेराल्ड में दिए एक विज्ञापन पर सवाल उठ रहे हैं, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोद की नसीहतों के विपरीत पार्टी रेप को मुद्दा बनाकर बीजेपी की सिद्धारमैया सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है। अंग्रेजी में प्रकाशित विज्ञापन में बलात्कार, हत्या और अराजकता को लेकर सिद्धारमैया सरकार को असंवेदनशील ठहराते हुए बीजेपी की सरकार बनाने की अपील की गई। इस विज्ञापन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदुरप्पा की तस्वीर लगी हुई है।
इससे पहले अप्रैल 2014 में एक चुनावी रैली में भी नरेंद्र मोदी(तब प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार) ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर दिल्ली में बढ़ती बलात्कार की घटनाओं को लेकर निशाना साधा था। कहा था कि दिल्ली में मां-बेटे की सरकार है, बावजूद इसके हर दिन टीवी खोलने पर बेटियों से बलात्कार की घटनाओं का पता चलता है। कभी रेप तो कभी गैंगरेप की घटना होती है। इस पर सोनिया और राहुल को जवाब देना चाहिए।