महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान प्रदेश सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता: मुख्यमंत्री
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश सरकार महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान को सर्वाेच्च प्राथमिकता देने के साथ ही उनकी आत्मनिर्भरता और कल्याण के लिए हर सम्भव कदम उठाने के लिए तत्पर है। महिलाओं के प्रति अपराधों पर नियंत्रण एवं नारी शक्ति के उन्नयन हेतु राज्य सरकार द्वारा अनेक कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। उन्हांेने कहा कि बालिकाओं और महिलाओं को सुरक्षा और उन्हें समान अवसर उपलब्ध कराने के लिए समाज को भी आगे आकर अपनी भूमिका निभाने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री आज यहां एक समारोह में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि महिला सम्बन्धी अपराधों की रोकथाम हेतु व्यापक पहल के दृष्टिगत राज्य सरकार ने कई कदम उठाए हैं। बालिकाओं की सुरक्षा के लिए ‘एण्टी रोमियो स्क्वाड’ का गठन किया गया है। साथ ही, ‘1090’ वुमेन पावर लाइन, घरेलू हिंसा का शिकार होने वाली महिलाओं के लिए ‘181’ महिला हेल्पलाइन का संचालन किया जा रहा है। इन सुविधाओं के प्रति महिलाओं को और अधिक जागरूक किए जाने की आवश्यकता है, जिससे उन्हंे इनका पूरा लाभ मिल सके।
योगी ने कहा कि नाबालिग बच्चियों से दुष्कर्म के मामलों में दोषियों को फांसी की सजा दिलाये जाने के लिए राज्य सरकार द्वारा केन्द्र को प्रस्ताव भेजा गया था। केन्द्रीय कैबिनेट द्वारा इसे मंजूरी भी दे दी गई है। इसके लिए अध्यादेश भी लाया जा रहा है। किन्तु समस्या के समाधान के लिए कानून के साथ-साथ समाज को भी आगे आने की जरूरत है। बालक-बालिका को समान रूप से महत्व दिये जाने और समान व्यवहार किए जाने की आवश्यकता है।
योगी ने कहा कि बालिकाओं पर अत्याचार की शुरुआत लिंग परीक्षण से ही हो जाती है। आवश्यकता इस बात की है कि बालिकाओं के प्रति होने वाले अत्याचारों को सामने लाकर अपराधी को सजा दिलायी जाए। इसके समाज को आगे आकर अपनी भूमिका निभानी होगी। समाज व राष्ट्र के साथ हो रहे अपराध पर मौन रहना भी अपराध है। उन्होंने कहा कि कानून मनुष्य के लिए है, न कि मनुष्य कानून के लिए। समाज के आगे आने पर कानून उसका अनुसरण करेगा।
कार्यक्रम में उपस्थित गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमण्डल खेलों में भारोत्तोलन में स्वर्ण पदक जीतने वाली पूनम यादव को डिप्टी एस0पी0 पद का प्रस्ताव देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमण्डल खेलों में प्रदेश के पांच खिलाड़ियों ने पदक जीते हैं। इनके सम्मान में शीघ्र ही समारोह का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इन खिलाड़ियों को पुलिस-प्रशासन में स्थान दिया जाएगा।