दहेज में कार मिली नहीं और बेटी पैदा हुई तो दे दिया तलाक, मुकदमा दर्ज
सुलतानपुर। प्रदेश सरकार भले ही महिलाओं के खिलाफ होने वाले उत्पीड़न को
लेकर कितने भी कानून बना ले, लेकिन दहेज के लालची दरिन्दो पर इसका कोई
असर नहीं पड़ रहा। ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया है। शादी के दो साल भी
नहीं बीते थे कि सनकी पति ने रजिस्टर्ड पत्र के माध्यम से तलाकनामा भेज
दिया है। शादी के बाद से ही कार की मांग नहीं पूरी होने पर नव विवाहिता
को बेरहमी से पीटा जाता था। इसके बाद जब बेटे की चाह रखने वाले ससुराली
जनों ने बेटी पैदा हो जाने के बाद और भी जुर्म ढाना शुरू कर दिया। पीड़ित
विवाहिता ने महिला थाने पहुंच पति और ससुराली जनों के विरूद्ध मुकदमा
दर्ज करा दिया है।
कोतवाली नगर के प्यारेपट्टी निवासी हनीफनगर निवासी स्व0 खलीक अहमद की
बेटी अरशिया गौहर की शादी 04 फरवरी 2016 को लखनऊ के रहने वाले चिनहट थाने
के मन्हौर निवासी आमिर अली से हुई थी। हैसियत के मुताबिक अरशिया के
घरवालों ने दान दहेज भी दिया था। आरोप है कि शादी के कुछ ही दिन बाद
ससुरालीजन कार की मांग करने लगे। विरोध करने पर पति और ससुरालीजन अरशिया
को बेरहमी से पीटते थे। इसके बाद बेटे की चाह रखने वाले उसकी ससुरालवालों
के घर जब अरशिया ने बेटी को जन्म दिया तो उसकी जिन्दगी और नरक हो गयी।
दुधमुंही बच्ची के साथ अरशिया को पति ने धक्के देकर घर से बाहर निकाल
दिया। तब वह अपने मायके सुलतानपुर जिले आ गयी। यहां आये उसे ज्यादा वक्त
नहीं बीता था कि उसके पति ने एक रजिस्टर्ड पत्र के माध्यम से तलाकनामा
लिखकर भेज दिया। तलाकनामा देखते ही अरशिया के पैरों तले से जमीन खिसक गयी
क्योंकि उसके पिता की मृत्यु उसकी शादी के पहले ही हो चुकी थी और
दुधमुंही बच्ची की जिम्मेदारी भी उसके ऊपर थी। रविवार को अरशिया गौहर ने
महिला थाना पहुंच पति और ससुराली जनों के विरूद्ध दहेज उत्पीड़न का मुकदमा
दर्ज कराया। एसओ दयाशंकर मित्रा ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।