किताबों से अच्छा कोई मित्र नहीं होता
लखनऊ: ‘सरकारी प्राथमिक स्कूलों का शिक्षा स्तर उठाने के और कारगर प्रयास होने चाहिए, दुर्भाग्य है कि हमारी शिक्षा प्रणाली बंट गई है। पुस्तक मेले जैसे ऐसे आयोजन विशेषकर नई पीढ़ी में सुरुचि जगाने और शिक्षा का स्तर ऊपर उठाने में मददगार होंगे। ऐसे आयोजन बराबर होने चाहिए।’
ये उद्गार संगीत नाटक अकादमी गोमतीनगर में आज से प्रारम्भ सालाना लखनऊ पुस्तक मेले का उद्घाटन करते हुए पूर्व मुख्यसचिव आलोकरंजन ने व्यक्त किए। ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ थीम पर छह मई तक चलने वाले इस निःशुल्क पुस्तक मेले में इस बार अंकुरम शिक्षा महोत्सव भी चल रहा है। आलोक रंजन के साथ ही उद्घाटन में हाथ बटाने वाले पूर्व मुख्यसचिव अतुलकुमार गुप्ता ने कहा कि किताबों से अच्छा कोई मित्र नहीं होता। इंटरनेट के इस युग में भी किताबों में ठहरे साहित्य या शब्दों की महत्ता न आज कम हुई है न आने वाले कल में कम होगी।
अतिथियों का स्वागत करते हुए मेला संयोजक मनोज सिंह चंदेल ने कहा कि उम्मीद है कि नये स्थल पर हो रहा यह पुस्तक मेला नये पाठक भी बनाएगा। आगे भी हमारी कोशिशें नये प्रकाशकों, नई गतिविधियों को नवीनता के साथ समाहित करने की रहेगी। मेले में हमेशा की तरह प्रवेश निःशुल्क है और मेला प्रतिदिन सुबह 11 बजे से रात नौ बजे तक जारी रहेगा। यहां लगभग 70 स्टाल हैं और किताबों पर न्यूनतम 10 प्रतिशत तक छूट हर खरीदार को मिलेगी। अनेक आयोजनों के बीच पुस्तक मेले में पहली मई को शान ए लखनऊ सम्मान से नारी शक्ति की पहचान बनी पर्वतारोही अरुणिमा सिन्हा को अलंकृत किया जायेगा। आकाशवाणी के एफएम रेनबो की प्रतियोगिता सुर तरंग का ग्रैण्ड फिनाले भी मेले में तीन मई को होगा।
आईकेयर इंडिया के संस्थापक अनूप गुप्ता ने इन्द्रधनुष कार्यक्रम के बारे में बताने के साथ कहा कि हमारे अंकुरम महोत्सव की प्रदर्शनी में 10 जिलों- झांसी, अलीगढ़, बस्ती, महाराजगंज, इटावा, मथुरा, गोरखपुर, कन्नौज, बलरामपुर व लखनऊ की भागीदारी है। महोत्सव में कमलाबाद बढ़ौली, कनौसी के सरकारी स्कूलों के संग ही अन्य जिलों से आए अनेक सरकारी प्राथमिक व पूर्व विद्यालयों व महाविद्यालयों के विद्यार्थी प्रस्तुतियां देंगे। साथ ही विशेषज्ञ गुणवत्तापरक प्राथमिक शिक्षा, कृषि-दुग्ध उत्पादन, डिजिटल पहल, स्वास्थ्य और खेल, कौशल विकास से रोजगार के अवसर, सामाजिक विकास में मीडिया की भूमिका पर बात करेंगे। खलील खान के संचालन में चले उद्घाटन समारोह में संरक्षक मुरलीधर आहूजा, एडवोकेट बाबू रामजी दास, प्रदेश ओलम्पिक संघ के उपाध्यक्ष टीपी हवेलिया, शिक्षासेवी हरिओम शर्मा, आकर्ष चंदेल व समाजसेवी सुशील दुबे ने विचार व्यक्त किए।
समारोह में रूबरू ग्रुप के कलाकारांे अजय, अलेख, फेलिक्स, जूडिथ, एनी, अश्विनी, अवीना, खुशबू, एल्विन, अजीन क्लिंटन आदि 20 कलाकारों ने गु्रप लीडर अभिषेक बेनेडिक्ट के साथ डांस और म्यूजिकल कार्यक्रम पेश किया। इनमें बरेली, आगरा, लखनऊ जैसे शहरों से जुड़े गीतों पर नृत्य के साथ ही उपशास्त्रीय संगीत पर नृत्य प्रस्तुतियां खासतौर पर पसंद की गईं।
मेले के प्रमुख प्रकाशकों में स्काॅलिस्टक, वेस्टलैण्ड, डायमण्ड बुक्स, प्रकाशन संस्थान, सेण्टर फार साइंस एण्ड इन्वार्यनमेण्ट दिल्ली, पब्लिकेशन डिवीजन भारत सरकार, फाउण्टेन इंक ब्राडकास्टिंग एण्ड पब्लिशिंग चेन्नई, ईशा फाउण्डेशन कोयम्बटूर, आईआरएच प्रेस इण्डिया मुम्बई, दि गिडिओन्स इंटरनेशनल, विलायत फाउण्डेशन, विधि बुक्स अहमदाबाद, हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट, जय बुक्स मुम्बई, राजा बुक्स, द स्टूडेण्ट बुक सेण्टर, पदम बुक कंपनी रिजर्व बैंक, ओशो विचार, साक्षी प्रकाशन आदि प्रमुख हैं। मेले के समापन पर छह मई को पुरस्कार व स्मृतिचिह्न वितरण समारोह होगा। मेले में कवि सम्मेलन-मुशायरे का आनन्द लेने के साथ लोगों को लेखकों-कवियों के साथ बात करने के मौके मिलेंगे। स्थानीय लेखकों की पुस्तकों के लिए भी एक स्टाल है। सांस्कृतिक मंच पर रात तक नाटक, परिचर्चा, कवि सम्मेलन, मुशायर,े व्यंग्य पाठ आदि के बीच पाठकों और नये रचनाकारों के अनेक कार्यक्रम चलेंगे।