रेप की घटनाओं पर मोदी के मंत्रियों के बेतुके बयानों का सिलसिला जारी
बनारस: महिलाओं पर अत्याचार को लेकर इस वक्त पूरा देश उबल रहा है। कठुआ और उन्नाव गैंगरेप की खबरें सामने आने के बाद से ऐसी घिनौनी घटनाओं को लेकर सभी के मन में गुस्सा है। कई जगहों पर लोग सड़कों पर उतर कर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। लेकिन बलात्कार जैसे संवेदनशील मुद्दों पर भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) नेताओं के विवादित बोल थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। अब एक और केंद्रीय मंत्री ने बलात्कार की घटनाओं को लेकर विवादित बयान दे दिया है। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने बनारस में यह विवादित बयान दिया है।
बनारस में जब पत्रकारों ने उनसे देश में बढ़ रही बलात्कार की घटनाओं से जुड़ा प्रश्न पूछा तो मंत्री जी ने कहा,”अरे भाई, यह सब कोई बात नहीं है। एक-दो घटनाएं हुई होंगी, उन पर कार्रवाई हो रही है। उसमें कौन बड़ी बात है। कठोर कार्रवाई हो रही है। आपने देखा कि बलात्कार कानून को प्रधानमंत्री जी ने कितनी गंभीरता से लिया। वो विदेश से आए और उस पर अध्यादेश जारी कर दिया है। स्वाभाविक है कि इस प्रकार के कठोर सजा के प्रावधान को भाजपा ही लागू कर सकती है।”
आपको बता दें कि केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे से पहले भी भाजपा के ही एक और केंद्रीय मंत्री ने बलात्कार पर विवादित बयान दिया था। केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने देश में हो रही रेप की घटनाओं पर कहा था, “ये दुर्भाग्यपूर्ण हैं, लेकिन इनको रोका नहीं जा सकता है। सरकार सक्रिय है, सभी जगह पर कार्रवाई हो रही है। इतने बड़े देश में एक-दो घटनाएं हो जाएं तो बात का बतंगड़ नहीं बनाना चाहिए।”
यकीनन यह बड़ी ही हैरानी की बात है कि दोनों ही केंद्रीय मंत्रियों का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब कठुआ गैंगरेप और उन्नाव गैंगरेप को लेकर पूरा देश गुस्से में है। इन मामलों को लेकर दबाव में आई केंद्र सरकार ने नया अध्यादेश जारी किया है। नए अध्यादेश में ‘पॉक्सो’ एक्ट में बदलाव करते हुए 12 साल तक की नाबालिग बच्चियों का यौन उत्पीड़न करने वालों के खिलाफ फांसी की सजा का प्रावधान किया गया है।