सुल्तानपुर: लोकतांत्रिक पत्रकार संघर्ष मंच राजनेताओं ने किया स्वागत
सुलतानपुर। जनपद में लोकतांत्रिक पत्रकार संघर्ष मंच के गठन को
बुद्धिजीवियों का जबरदस्त समर्थन मिल रहा है । जिले के माननीयों ने कहा
कि यह एक अच्छी पहल है इससे लोकतन्त्र को मजबूती मिलेगी । कई माननीयो ंने
कहा कि इस मंच के लिए हमेशा साथ खड़े मिलेंगे ।
गौेरतलब है कि जिले में अब तक गिने चुने पत्रकारों द्वारा तरह तरह के
संगठन खड़ा करके स्वयंभू पदाधिकारी बने हुए थे । इन संगठनों की कार्यशैली
निष्पक्ष एवं स्वतन्त्र पत्रकारिता करने वालों को रास नहीं आ रही थी । इन
तथाकथित पत्रकार संगठनों केे कार्यों से लेाकतन्त्र का चैथे स्तम्भ को
शर्मसार होना पड़ रहा था । जिससे बुद्धिजीवी पत्रकारों को गहरा आघात
पहुंचा है। इसलिए जिले के बुद्धिजीवी पत्रकारों ने एक बैठक करके
लोकतांत्रिक पत्रकार संघर्ष मंच का गठन करने का निर्णय लिया जिसमें
लोकतांत्रिक व्यवस्था का पालन करते हुए संगठन के पदाधिकारियों का चयन
लोकतांत्रिक तरीके से करने का निर्णय लिया गया है । इस संगठन से जुड़ रहे
लोगों का कहना है कि पत्रकारों की कलम सच के लिए चलनी चाहिए अधिकारियों
को खुश रखने के लिए नहीं । चाहे इसके लिए कोई भी कुर्बानी क्यों न देनी
पड़े। कुछ स्वनामधन्य पत्रकार अपने को जिले में मीडिया जगत का स्वयंभू बन
बैठे थे जो केवल पत्रकारों की जड़ खोदने और अधिकारियों की चैखट पर मत्था
टेकना ही रहता था । सारा दिन साथी पत्रकारों को नीचा दिखाने के लिए ही
प्रयास में रहा करते हैं। इसी वजह से शनिवार को पत्रकारों के समूह ने एक
बैठक किया था। जिसमें चर्चा की गयी थी कि तमाम पत्रकार संगठन होने के
बावजूद जनपद में एक भी पत्रकार संगठन पत्रकारों के मान सम्मान की लड़ाई न
लड़कर केवल पत्रकारों की जड़ पर मट्ठा डाल रहे थे । इन स्वार्थी संगठनों के
स्वयंभू पदाधिकारियो ंने अपना प्रोटोकाल बनाये रखने के लिए पत्रकार हितों
का लबादा ओढ़ रखा है। इसलिए काफी विचार-विमर्श के बाद सुलतानपुर
लोकतांत्रिक पत्रकार संघर्ष मंच के गठन का निर्णय लिया गया और पूरा हुआ ।
जिसमें अब पदाधिकारी सेलेक्टेड नहीं इलेक्टेड होंगे। इस पहल पर
बुद्धिजीवी पत्रकारों और माननीयों का जबरदस्त समर्थन मिल रहा है ।
राजनैतिक दलों ने किया स्वागत
भाजपा के सदर विधायक सीताराम वर्मा ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था हर
जगह होना चाहिए । किसी को स्वयंभू बनने का अधिकार नहीं है । यह एक अच्छी
पहल है । लम्भुआ विधायक देवमणि दूबे ने कहा कि उनका सहयोग लोकतांत्रिक
पत्रकार संघर्ष मंच के लिए हमेशा रहेगा । चैथे स्तम्भ की मजबूती के लिए
लोकतांत्रिक व्यवस्था होना बहुत जरूरी है। उन्हें खुशी है कि इस संगठन ने
लोकतांत्रिक व्यवस्था का पालन करते हुए सराहनीय कदम उठाया है । कादीपुर
विधायक राजेश गौतम ने कहा है कि यह मंच निश्चय ही अपने उद्देश्यों में
सफल होगा । इसका वह खुला समर्थन करते हैं। सुलतानपुर विधायक सूर्यभान
सिंह का कहना है कि पत्रकारों की यह पहल स्वागतयोग्य है । हर सम्भव मदद
उनके द्वारा मदद की जाएगी । भाजपा जिलाध्यक्ष जगजीत सिंह छंगू ने कहा कि
लोकतन्त्र के चैथे स्तम्भ की मजबूती के लिए यह सराहनीय पहल है । चुनाव के
माध्यम से जो पदाधिकारी चुने जाएंगे वह निष्पक्षता से संगठन के दायित्वों
का निर्वहन करेंगे। धनपतगंज के पूर्व ब्लाक प्रमुख यशभद्र सिंह मोनू ने
कहा कि चैथा स्तम्भ मजबूती के लिए लोकतांत्रिक पत्रकार संघर्ष मंच की
अच्छी पहल है । इससे आपसी भेदभाव भी मिटेगा । जिलापंचायत अध्यक्ष ऊषा
सिंह ने कहा कि पत्रकार संगठन के पदाधिकारी जब चुनकर आएंगे तो वे
पत्रकारों के हित में अच्छा काम करेंगें । इसके अलावा अधिवक्ता बेलाल
अहमद, पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री संदीप शुक्ला, बसपा जिलाध्यक्ष ओपी
गौतम, पूर्व नपा चेयरमैन मानू भाई,,पूर्व सांसद ताहिर खान, लोकसभा
प्रत्याशी रहे शकील अहमद, दधीचि फाउण्डेशन के अध्यक्ष राम प्रकाश मिश्र
आदि ने भी इस संगठन के निर्णयों का स्वागत किया और अपनी शुभकामनाएं दी ।