सीरिया पर हमला मानवता पर हमला है, इसका जवाब दिया जाएगा- मुफ्ती अशफ़ाक़
नई दिल्ली: सीरिया पर अमेरिकी और इसके साथी देशों के हमले का
भारत का सबसे बड़े सूफ़ी उलामा संगठन ने विरोध करते हुए इसे मानवता पर
हमला बताया है। तंज़ीम उलामा ए इस्लाम के संस्थापक अध्यक्ष मुफ्ती अशफाक
हुसैन कादरी ने कहाकि इसका भरपूर जवाब दिया जाएगा।
उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहाकि सीरिया में कैमिकल अटैक का
व्हाइट हैलमेट ने नाटक रचकर सीरिया पर हमला थोपा है। व्हाइट हैलमेट ने
गोता में कैमिकल अटैक करवाया जो अलनुसरा के लिए काम करती है। इसी तरह की
नकली कहानी गढ़कर इराक़ और लीबिया को बर्बाद किया गया है। मुफ्ती ने
कहाकि भारत के सबसे बड़े सूफ़ी उलेमा संगठन इस हमले का पूरे भारत में
विरोध करेगी और अमेरिकी, इज़राइली, इंग्लैंड और फ्रेंच उत्पादों का
बहिष्कार करके इसका भरपूर जवाब दिया जाएगा। उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम
में रूस की भूमिका की प्रशंसा करते हुए उसे विश्व शक्ति और शांति का
अगुवा बताया। मुफ्ती ने कहाकि यूरोप और अमेरिका हमेशा से एशिया और
अफ्रीका को बर्बाद, लूटने और खत्म करने की राजनीति करते आए हैं और एक
एशियाई ताकत के रूप में रूस सीरिया की नहीं बल्कि पूरे महाद्वीप की मदद
कर रहा है। भारत समेत सभी एशियाई देशों को साथ आकर अमेरिकी, इज़राइली,
इंग्लिश और फ्रेंच ताकतों को भरपूर जवाब देना चाहिए।
आपको बता दें कि 14 अप्रैल को अमेरिका ने पूर्व चेतावनी के तहत सीरिया की
राजधानी दमिश्क पर 100 से अधिक मिसाइलें दागी हैं जिनका रूस ने भरपूर
जवाब देकर कई मिसाइलों को नाकाम कर दिया। इससे पहले अमेरिका में रूस के
दूतावास ने ट्विटर पर जारी एक बयान में सीरिया में भड़कने वाले किसी भी
वैश्विक जंग के लिए अमेरिका, इंग्लैंड और फ्रांस को जिम्मेदार ठहराया है।
तंज़ीम उलामा ए इस्लाम के प्रमुख मुफ्ती अशफ़ाक़ हुसैन क़ादरी ने कहाकि
सीरिया पर थोपी गई जंग में सऊदी अरब, तुर्की, क़तर और इजराइल भी शामिल
है। इन सभी देशों ने अमेरिकी चौकड़ी के साथ मिलकर नकली सुबूत तैयार किए।
उन्होंने आरोप लगाया कि संयुक्त राष्ट्र ने हमेशा इस चौकड़ी के आगे घुटने
टेके हैं और दुनिया को बर्बाद करने में आक्रांता की मदद की है। मुफ्ती ने
याद दिलाया कि साल 2003 में इसी तरह जनसंहार हथियार का झूठ दिखाकर
तत्कालीन अमेरिकी रक्षा मंत्री कॉलिन पॉवेल ने जॉर्ज बुश के हाथों इराक़
को बर्बाद करवाया था।
तंज़ीम ने कहाकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ साथ इंग्लैंड
और फ्रांस भी हथियार लॉबी और ज़ायोनिस्ट के दबाव और लालच में सीरिया को
बर्बाद करना चाहते हैं। उन्होंने सीरिया की सक्षम सरकार और सेना के साथ
रूस और इसके राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन पर भरोसा जताते हुए सीरिया की
जीत की कामना की। उन्होंने सभी समर्थकों से अमेरिकी, इज़राइली, इंगलिश और
फ्रैंच उत्पादों का बहिष्कार करने की अपील की है।