दुबई में दो भारतीयों को सुनाई गयी 500 साल की सजा
दुबई की कोर्ट ने आर्थिक अपराध मामले में गोवा के दो नागरिकों को दोषी करार देते हुए उन्हें 500 साल की सजा सुनाई है. 37 साल के सिडनी लिमोस को 200 मिलियन डॉलर (लगभग 1320 करोड़ रुपए) के घोटाले में हजारों निवेशकों को धोखा देने के मामले में यह सजा सुनाई गई है. इस मामले में उनके अकाउंट स्पेशलिस्ट रियान डिसूजा को भी इतनी ही सजा सुनाई गई है.
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक सिडनी लिमोस ने अपनी कंपनी के माध्यम से निवेशकों को न्यूनतम 25 हजार डॉलर के निवेश पर उन्हें 120 प्रतिशत तक का सालाना रिटर्न देने का झांसा दिया था. लिमोस की कंपनी ने शुरुआत में लोगों को पैसे दिए लेकिन मार्च 2016 के बाद से उन्हें रिटर्न देना बंद कर दिया. दुबई की आर्थिक विभाग को जब कंपनी के फर्जीवाड़े का पता चला तो उसने उसके दफ्तर पर ताला जड़ दिया.
लिमोस की पत्नी वैलनी कार्डोजो पर भी केस दर्ज किया गया है. उन पर गैरकानूनी रूप से सील किए गए दफ्तर में घुसने और वहां से दस्तावेज ले जाने का आरोप है. गिरफ्तारी के डर से वैलनी 3 जनवरी, 2017 को दुबई से भागकर गोवा लौट आईं और तब से वो यहीं रह रही हैं.
गोवा के रहने वाले सिडनी लिमोस को सबसे पहले दिसंबर 2016 में गिरफ्तार किया गया था. बाद में उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया था. मगर जनवरी 2017 में एक बार फिर उसे गिरफ्तार किया गया था. वहीं सजोलिम के रहने वाले रियान को फरवरी 2017 में दुबई एयरपोर्ट पर गिरफ्तार किया गया था.