नई दिल्ली: सीबीएसई के पेपरलीक कांड में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने बड़ा खुलासा किया है। 12 वीं इकोनॉमिक्स का प्रश्नपत्र लीक करने के मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। खुलासा हुआ कि पेपर लीक करने के खेल में दो शिक्षक और एक ट्यूटर शामिल रहे। जिन्होंने अपने छात्रों को वाट्सअप के जरिए पेपर भेजे। पुलिस ने तीनों आरोपियों को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया तो उन्हें दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया।

दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच के ज्वाइंट कमिश्नर आलोक कुमार ने बताया कि एक स्कूल के शिक्षक ऋषभ और रोहित ने सवा नौ बजे ही 12 वीं इकोनॉमिक्स का पेपर खोल कर वाट्सअप से अपने परिचित ट्यूटर तौकीर को भेज दिया था। जबकि नियमानुसार प्रश्नपत्र नौ बजकर 45 मिनट पर खुलना चाहिए था। वाट्सऐप पर प्रश्नपत्र पाते ही तौकीर ने अपने कोचिंग के छात्रों को भेज दिया। ज्वाइंट कमिश्नर ने बताया कि प्रश्नपत्र कितने लोगों तक पहुंचा, कितने पैसे में डील हुई, गिरोह की नेटवर्किंग भी तलाशी जा रही है।

बता दें कि एसआईटी ने शनिवार(30 मार्च) रात करीब 9.30 बजे सीबीएसई के प्रीत विहार स्थित मुख्यालय पर छापा मारकर अहम दस्तावेज बरामद किए थे। पुलिस के मुताबिक क्राइम ब्रांच की अलग-अलग टीमें 60 संदिग्धों से पूछताछ कर चुकी हैं। जिसमें कोचिंग संस्थानों के सात ट्यूटर, 53 छात्र भी शामिल हैं। 50 से ज्यादा मोबाइल जब्त करने के बाद वाट्सऐप से पेपर लीक होने का खुलासा हुआ।