यूपीईएस छात्र गांधीयन यंग टेकनोलाॅजिकल इनोवेशन अवाॅर्ड से सम्मानित
यूपीईएस में इंजीनियरिंग के एक छात्र अर्चित अग्रवाल को हाल ही में नई दिल्ली के राष्ट्रपति भवन में आयोजित फेस्टिवल आॅफ इनोवेशन्स के दौरान गांधीयन यंग टेकनोलाॅजिकल इनोवेशन अवाॅर्ड 2018 से सम्मानित किया गया। अर्चित को उनकी इनोवेटिव टेकनोलाॅजी के लिए ‘मोस्ट इनोवेटिव प्रोडक्ट’ कैटेगरी में यह सम्मान मिला है। उन्होंने आॅटोमोबाइल उद्योग के लिए यह अनूठी टेकनोलाॅजी ‘आॅन बोर्ड डायग्नाॅस्टिक डेटा एनालिसिस सिस्टम- यूपीईएस छात्र गांधीयन यंग टेकनोलाॅजिकल इनोवेशन अवाॅर्ड से सम्मानित तैयार की है।
अर्चित ने बताया, ‘‘राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति जी की मौजूदगी में इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को प्राप्त करना मेरे लिए बहुत अच्छा अनुभव है। प्रतियोगिता बहुत मुश्किल थी, जिसमें देश भर के 500 काॅलेजों से 13000 से अधिक प्रोजेक्ट्स चुने गए। यूपीईएस छात्र गांधीयन यंग टेकनोलाॅजिकल इनोवेशन अवाॅर्ड से सम्मानित वाहनों के लिए कम लागत का युनिवर्सल सोल्यूशन है। इसके कई फायदे हैं जैसे एमरजेन्सी के मामले में वाहन की लोकेशन भेजना। यह टेकनोलाॅजी वाहन दुर्घटना के दौरान व्यक्ति को मृत्यु से बचाने में सहयोगी हो सकती है।
OBDAS आॅन-बोर्ड डायग्नाॅस्टिक सिस्टम के माध्यम से डेटा इंटरप्रेटेशन और डायग्नाॅस्टिक सेवाएं उपलब्ध कराता है। इस आधुनिक टेकनोलाॅजी के माध्यम से आॅटोमोबाइल एवं आॅटो-इन्श्योरेन्स कंपनियां एक डेडिकेटेड एम्बेडेड सिस्टम से रियल टाईम में कार को टैªक कर सकेंगी, जिसका इस्तेमाल कार के डायग्नाॅस्टिक एवं परफोर्मेन्स इवैल्यूएशन के लिए किया जा सकेगा।