लखनऊ: बिना उचित सरकारी अनुमति के अवैध यात्रा और वह भी हथियार सहित यात्रा व प्रदर्शन करने को एक फैशन बना लेने के लिए बीजेपी नेताओं की तीखी आलोचना करते हुई बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व सांसद मायावती ने कहा कि शान्ति व कानून-व्यवस्था को खराब करने वाली ऐसी गैर-कानूनी हरकतों को रोकने के बजाय बीजेपी व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार दोहरा मापदण्ड अपना कर इसे प्रश्रय व बढ़ावा देने का गलत प्रयास कर रही है।

मायावती ने आज एक बयान में कहा कि ऐसे मामलों में बिहार व पश्चिम बंगाल के विरूद्ध दोहरा मापदण्ड अपनाया जा रहा है क्योंकि बिहार में इनकी गठबंधन सरकार है तथा बंगाल में ममता बनर्जी की तृणमूल सरकार।

बिना पूर्व अनुमति के और वह भी हथियार आदि लहराते हुये प्रदर्शन व यात्रा निकाल कर दंगा फैलाने वालों के प्रति सख्त कानूनी कार्रवाई करने का आदेश पुलिस विभाग को देने को उचित ठहराते हुये उन्होंने कहा कि ऐसी कानूनी कार्रवाई करने पर बंगाल सरकार को कठघरे में खड़ा करने की केन्द्र सरकार का षडयंत्र निन्दनीय है, जबकि बिहार में ऐसे ही मामले में बीजेपी के केन्द्रीय मंत्री के पुत्र को वहाँ की सरकार बचाने का काम कर रही है और उसकी गिरफ्तारी से बच रही है। इतना ही नहीं बल्कि बीजेपी व केन्द्रीय सरकार बिहार के मामले में लीपा-पोती में लगी है तथा चिन्ता-मुक्त बनी हुई है। केन्द्र सरकार का कानून-व्यवस्था, अमन-चैन व सौहार्द के मामले में ऐसा दोहरा मापदण्ड क्यों?

मायावती ने कहा कि ऐसे ही बिना उचित कानूनी अनुमति के ही तिरंगा यात्रा निकालने के कारण उत्तर प्रदेश के कासगंज में साम्प्रदायिक दंगा भड़का था और योगी सरकार का दामन पर भी दंगा के दाग लग गया था। उन्होंने कहा कि सरकार चाहे किसी की भी हो कानून से खिलवाड़ करने की इजाजत किसी को भी नहीं दी जानी चाहिये, परन्तु बीजेपी द्वारा बात-बात पर यात्रा व हथियारबंद अवैध प्रदर्शन एक फैशन बन गया है जिसे सख्ती से निपटने की जरूरत है। यह तभी संभव है जब केन्द्र सरकार तटस्थ व निष्पक्ष होकर व्यवहार करेगी जोकि अभी तक देखने को नहीं मिल रहा है।