क्षेत्र के कायाकल्प के लिए सांसद वरूण गांधी का एक और बेहतर प्रयास
विश्वविद्यालय खोलने के लिए सांसद ने मानव ससाधन विकास मंत्री को लिखा पत्र
सुलतानपुर । सब कुछ ठीक ठाक रहा तो सांसद वरूण गांधी की सिफारिश पर जिले
में एक विश्वविद्यालय की स्थापना हो जाएगी । इस क्षेत्र में भाजपा के
नेता एवं सांसद वरूण गांधी ने पहल करते हुए केन्द्रीय मानव संसाधन विकास
मंत्री प्रकाश जावडेकर को पत्र लेखा है । इससे पूर्व सांसद वरूण गांधी ने
स्वयं अपनी निधि से जिले में सौगतों की बौछार की है ।
जिले के सांसद वरूण गांधी ने केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश
जावेडकर को लिखे पत्र में मांग की है कि उनके क्षेत्र के लोगों ने अवगत
कराया है जिले में विश्वविद्यालय की स्थापना न होने से जिले सहित आसपास
के जिले अम्बेडकरनगर, प्रतापगढ़, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी जिले के
विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा में परेशानी होती है । शिक्षित युवाओं को
उच्च शिक्षा के लिए काफी दूर जाना पड़ता है जिससे विद्यार्थियों का
अनावश्यक धन और समय बरबाद होता है । सांसद ने केन्द्रीय मंत्री को इस
जिले में एक विश्वविद्यालय की स्थापना किया जाना आवश्यक बताया है और यह
भी अवगत कराया है कि इस कार्य के लिए पर्याप्त भूमि भी मौजूद है । सांसद
के इस बेहतर प्रयास की भी जिले के लोगों द्वारा सराहना की जा रही है ं।
इसके पूर्व सांसद वरूण गांधी गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कालेज में मासूमो
की मौत को देख ंकाफी व्यथित हुए और अपने निर्वाचन क्षेत्र में जिला
चिकित्सालय के बाल रोग विभाग को अत्यानुधिाक एवं सुसज्जित करने के लिए
सांसद निधि से पांच करोड़ रूपये स्वीकृत किए साथ ही कारपोरेट घरानों से
पांच करोड़ दिलाने का आश्वासन दिया था । बीते 20 जनवरी को जिला चिकित्सालय
सुलतानपुर की दुर्दशाग्रस्त इमरजेन्सी को देखकर अपनी सांसद निधि से
इमरजेन्सी कक्ष का आधुनिकीकरण कराया । जिले में पासपोर्ट कार्यालय की
सौगात भी दे दी है । गम्भीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों लोगों के इलाज
में अनुदान देकर सहयोग किया । दर्जनों पात्र बेघर को मकान मुहैया कराया,
तीर्थस्थलों के सुन्दरीकरण के लिए सरायनीय प्रयास करके लोगों का दिल जीता
। अपना वेतन गरीब जनता को दान करने की घोषण करके एक नयी मिसाल कायम की है
साथा ही अन्य करोड़पति सांसदों से ऐसा करने की अपील भी की है । अपने चार
साल के कार्यकाल में सांसद वरूण गांधी द्वारा जनता की भलाई के लिए किए गए
कार्यों की लोग मुक्तकण्ठ से सराहना कर रहे हैं।