नई दिल्ली: समाज सुधारक और द्रविड़ आंदोलन के प्रतीक ई. वी. रामास्वामी ‘पेरियार’ की एक प्रतिमा मंगलवार को यहां एक गांव में क्षतिग्रस्त अवस्था में मिली. गौरतलब है कि इससे पहले भी ऐसी घटना हो चुकी हैं.

पुलिस ने बताया कि अज्ञात लोगों ने किसी औजार से प्रतिमा का सिर काटकर उसे गोलचक्कर के पास रख दिया था. सूचना मिलने पर पुलिस और राजस्व विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंच गये. क्षेत्र में कोई अप्रिय घटना होने से रोकने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है. उन्होंने कहा कि सूचना मिलते ही जिला प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई की और प्रतिमा को सुबह आठ बजे तक उसके वास्तविक रूप में स्थापित कर दिया गया था.

द्रमुक के कार्यकारी अध्यक्ष एम के स्टालिन और जाने- माने अभिनेता रजनीकांत ने इस घटना की निंदा की है. स्टालिन ने सरकार पर केवल एक मूकदर्शक बने रहने का आरोप लगाया और कहा कि यदि बीजेपी नेता एच राजा के खिलाफ उचित कार्रवाई की गई होती तो प्रतिमा को क्षतिग्रस्त किये जाने की घटना को टाला जा सकता था. उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘यह सरकार केवल एक दर्शक बनी हुई है और यह सच्चाई है.’

रजनीकांत ने कहा, ‘यह एक बर्बर कृत्य है, मैंने पहले भी यही कहा था और अब मैं इसे दोहराता हूं, मैं इसकी कंड़ी निंदा करता हूं.’ इससे पहले छह मार्च को द्रविड़ नेता की एक प्रतिमा को वेल्लोर जिले में कथित रूप से क्षतिग्रस्त कर दिया गया था और इस संबंध में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशभर में प्रतिमाओं को क्षतिग्रस्त किये जाने की घटनाओं की कड़ी निंदा की थी और उन्होंने कहा था कि जो भी इन घटनाओं के दोषी पाया जायेगा, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी.