पटना: चारा घोटाले के एक मामले में भले लालू यादव के ख़िलाफ़ फ़ैसला अब शनिवार को सुनाया जाएगा लेकिन उनके लिए एक नहीं कई अच्छी ख़बर हैं. उनकी याचिका पर चारा घोटाले में कई पूर्व अधिकारियों को नोटिस जारी हुआ और रेलवे के होटल के टेंडर मामले में सीबीआई की लीगल टीम का मानना है कि इस मामले में लालू ने कुछ गलत नहीं किया.

भले राजद अध्यक्ष लालू यादव क़रीब तीन महीने से रांची के बिरसा मुंडा जेल में बंद हैं लेकिन शुक्रवार को जहां रांची में उनकी याचिका को मंजूर करते हुए महालेखाकार कार्यालय के तीन अधिकारियों को नोटिस जारी कर पूछा गया है कि आपको आरोपी क्यों न बनाया जाए. हालांकि कोर्ट एक मामले में शनिवार को अब सज़ा सुनाएगी.

इस मामले के याचिकाकर्ता का कहना है कि कोर्ट के फ़ैसले में कई तथ्य लालू के वकीलों ने छिपाए हैं. वहीं पिछले कई महीनों से सीबीआई को अपने ख़िलाफ़ चार्जशीट दायर करने की चुनौती देने वाले तेजस्वी यादव शुक्रवार को उस ख़बर से ज़्यादा ख़ुश दिखे जिसमें यह बात सामने आई है कि सीबीआई की अपनी लीगल टीम ने लालू यादव के ख़िलाफ़ कोई साक्ष्य न होने के आधार पर एफआईआर का विरोध किया था.