लखनऊ। लखनऊ जनविकास महासभा ने आज महिला दिवस के मौके पर उत्तर प्रदेश में शराब की दुकानों के आवंटन की काररवाई को शर्मनाक बताया है। महासभा के अध्यक्ष एस0के0बाजपेई ने शराब की दुकानों के आवंटन महिला दिवस के दिन करना महिलाओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाना है। उल्लेखनीय है कि राज्य में आज राजधानी में शराब की दुकानों के लिए आवंटन प्रक्रिया के तहत ई लाटरी के माध्यम से करीब 750 दुकानों का चयन की काररवाई की गयी जो अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। श्री बाजपेयी ने कहा की महिलाओं के उत्पीड़न का सबसे बड़ा माध्यम शराब ही है जगह जगह खुली शराब की दुकानों की वजह से उनको आए दिन ना केवल छेड़छाड़ का शिकार होना पड़ता है वरन शराबी पति के कारण घरेलू हिंसा का भी शिकार होना पड़ता है ऐसे में सरकार को महिलाओं के सम्मान के लिए महिला दिवस के अवसर पर शराबबंदी का संकल्प लेना चाहिए था ना कि महिला दिवस पर शराब की दुकानों की खुलने की व्यवस्था करानी चाहिए इससे महिला दिवस पर महिलाओं के प्रति सोच का दोहरा नजरिया दिखाई देता है एस के बाजपेई ने बताया कि यदि हम सच में महिलाओं के स्वाभिमान और उनके सम्मान के प्रति चिंतित हैं तो सबसे पहले हमें शराबबंदी के प्रति संकल्पित होना पड़ेगा तभी हम पूर्ण रूप से महिलाओं को अत्याचार एवं अपमान से मुक्त करा सकते हैं और उन्हें स्वाभिमान के साथ आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक स्वच्छ और स्वस्थ समाज दे सकते हैं ।