मौलाना उसामा क़ासमी ने लखनऊ पहुंचकर इज्लास की तैयारियों की समीक्षा की

लखनऊ: प्रदेश और देश के मौजूदा हालात किसी से छिपे नहीं हैं, एक ओर जहां राष्ट्रीय व समाजी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, वहीं एक वर्ग विशेष की मानसिकता को पूरे देश में थोपने की नापाक कोशिशें की जा रही हैं, जिनसे देश का संविधान खतरे में है, ऐसी विषम परिस्थितियों में, भारत में जमीअत उलमा ए हिंद मुल्क और मिल्लत की सेवाओं के संबंध में अपनी पिछली परंपराओं और भूमिका को लगातार आगे बढ़ाते हुए दिनांक 01 मार्च 2018 दिन शनिवार सुबह 9 बजे झूले लाल पार्क (नदवा व लखनऊ यूनिवर्सिटी के सामने) लखनऊ में भव्य ‘‘तहफ्फुज मुल्क व मिल्लत कान्फ्रेंस’’ आयोजित कर रही है, जिसकी तैयारियां युद्धस्तर पर जारी हैं और लखनऊ और आस-पास के जिलों में दौरे किए जा रहे हैं । मस्जिदों, मदरसों और शैक्षिक संस्थानों में सभाएं और बैठकों का सिलसिला जारी है। कान्फ्रेंस की तैयारियों की समीक्षा लेने के लिये जमीअत उलमा उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष मौलाना मुहम्मद मतीनुल हक उसामा क़ासमी ने आज राजधानी लखनऊ का दौरा किया और शिविर कार्यालय मदरसा तालीमुल कुरान निकट ऐषबाग पुलिस स्टेशन लखनऊ में कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के साथ बैठक करके महत्वपूर्ण दिषानिर्देष जारी किये।

मौलाना उसामा ने बैठक के एजेंडा पर चर्चा करते हुए बताया कि कान्फ्रेंस में राष्ट्रीय एकता और विभिन्न धर्मों ,पंथों और मस्लकों के साझा सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों में एकजुट करने, मुसलमानों को आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक स्तर पर मजबूत बनाने, समकालीन शैक्षिक संस्थानों की स्थापना पर ध्यानाकर्षित करने, किबला ए अव्वल मस्जिदे अक्सा, अल-कुदुस नगर, फिलीस्तीनी और सीरियाई मजलूमों के पक्ष में आवाज उठाने, मुसलमानों को हौसला देने और समाज सेवा को मिशन बनाने जैसे मुद्दों पर चर्चा की जायेगी। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि यह कान्फ्रेंस इन मुद्दों को खोजने और मजबूत हल करने में सफल होगी और मुल्क व मिल्लत के लिए लाभकारी साबित होगी। एक सवाल के जवाब में मौलाना उसामा ने कहा कि इस कान्फ्रेंस में जमीअत उलमा ए हिन्द के राष्ट्रीय अध्यक्ष और दारुल देवबन्द के उस्ताद ए हदीस हजरत मौलाना कारी सैयद मुहम्मद उस्मान साहब मंसूरपूरी और राष्ट्रीय महासचिव हजरत मौलाना सैयद महमूद मदनी साहब विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे। इन लोगों के अलावा जमीअत उलमा ए हिन्द के केंद्रीय और प्रांतीय नेताओं, मशहूर उलमा और विभिन्न धर्मों , पंथों , मस्लकों और सामाजिक संगठनों के प्रमुख भी शिरकत फरमाएंगे। मौलाना कासमी ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि मिल्लत की समस्याओं के समाधान के लिए आप हजरात बड़ी संख्या में भाग लें और अपने मित्रों और साथियों को भी अपने साथ लाने की कोशिश करें।
मीटिंग में मौलाना मतीनुल हक उसामा अध्यक्ष जमीअत उलमा उत्तर प्रदेश के अलावा मौलाना अब्दुल मुईद कासमी मौलाना हात्बि, सैयद हुसैन हाशमी कोषाध्यक्ष जमीअत उलमा उत्तर प्रदेश, मौलाना अहमद अब्दुल्ला, मौलाना मुहम्मद यासीन कासमी, क़ारी अब्दुल मुईद चैधरी, मुफ्ती इज़हार मुकर्रम, मौलाना मुनाज़िरूल इस्लाम, हाफिज अमीन उल हक अब्दुल्लाह, हाफिज मिन्हाज, क़ारी बदरूज्ज़माँ, मौलाना मुदस्सिर चैधरी, मौलाना गुफरान, मौलाना तनवीर अहमद नदवी और कार्यालय सचिव मौलाना मुहम्मद सुफियान कासमी शामिल रहे।