मोदी, चौकसी की धोखाधड़ी के बारे में जानते थे गुजरात के हीरा कारोबारी
नई दिल्ली: गुजरात के हीरा कोराबारी, पीएनबी स्कैम में फंसे नीरव मोदी और मेहुल चौकसी से बिजनेस करना बहुत पहले बंद कर चुके थे. इसकी वजह है कि दोनों पेमेंट में काफी देरी करते थे.
गुजरात के सूरत शहर में जैन और पटेल कम्युनिटी का हीरा कारोबार में वर्चस्व है. यहां के कुछ कारोबारियों ने बताया कि कारोबार के तौर-तरीके और नियम न मानने के कारण दोनों ज्वैलर्स की छवि ठीक नहीं थी.
वीनस ज्वेलर्स के चेयरमैन सेवंतीलाल शाह कई साल पहले ही नीरव मोदी और मेहुल चौकसी के साथ कारोबार बंद कर चुके हैं. उन्होंने बताया, "नीरव मोदी और गीतांजलि बिजनेस मॉडल विश्वसनीय नहीं था. अगर वे सामान लेने के बाद पेमेंट में एक महीने की देरी करते, तो ठीक था. लेकिन ऐसा बार-बार हो रहा था, जो कि सही नहीं था. उनके साथ यही दिक्कत थी."
हालांकि, मोदी और चौकसी की कंपनी के प्रतिनिधियों ने इस मामले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. सरकार के मुताबिक, दोनों जनवरी में ही देश छोड़ चुके हैं और उनकी सही लोकेशन की जानकारी नहीं है.
गौरतलब है कि जैन और पटेल हीरा कारोबारी बिरादरी में ज्यादातर बिजनेस बिना किसी पेपरवर्क के होता है. चूंकि, कारोबारियों को बैंक लोन में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, ऐसे में कारोबारी आपसी विश्वास पर एक-दूसरे को क्रेडिट पर सामान देते हैं.
पिछले 50 साल से सूरत में बिजनेस कर रहे एक डायमंड एक्सपोर्टर ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर बताया कि मेहुल चौकसी भरोसे की अहमियत नहीं समझता था.
उन्होंने बताया, "एक बार हमने उन्हें पॉलिश्ड डायमंड बेचा और पेमेंट के लिए हमें छह महीने तक परेशान होना पड़ा. हर बार वो कुछ बहाना बना देता. इसके बाद हमने उसके साथ बिजनेस न करने का फैसला लिया."
सूरत के तकरीबन आठ हीरा कारोबारियों ने नीरव मोदी और मेहुल चौकसी को लेकर यही शिकायत की. बता दें कि सूरत में दुनिया का 80 फीसदी हीरा काटा और पॉलिश किया जाता है.
सूरत डायमंड एसोसिएशन के पूर्व प्रेसिडेंट दिनेश नवादिया ने बताया, "इन्हीं सब कारणों से ज्यादातर व्यापारी उन दोनों के साथ कारोबार करना बंद कर चुके हैं."
बता दें कि पंजाब नैशनल बैंक में 1.77 बिलियन डॉलर के फ्रॉड से फाइनेंशियल सेक्टर को काफी नुकसान पहुंचा है. स्कैम का आंकड़ा 2 बिलियन डॉलर तक पहुंच चुका है. देश के दूसरे सबसे बड़े स्टेट बैंक का आरोप है कि नीरव मोदी और चौकसी ने बैंक कर्मचारियों की मदद से 'लेटर ऑफ अंडरटेकिंग' हासिल किए और करोड़ों रुपये का लोन लिया.
नीरव मोदी के न्यूयॉर्क से लेकर हॉंगकॉंग तक ज्वेलरी स्टोर हैं और चौकसी, गीतांजलि नाम से डायमंड ब्रांड चलाते हैं. दोनों ही आरोपी गुजरात की जैन कम्युनिटी से ताल्लुक रखते हैं.