मस्जिदों के खिलाफ बयान नहीं दे सकते वसीम रिजवी
उपचुनाव में बीजेपी को फायदा पहुंचाने के लिए प्रयास कर रहे हैं श्री श्री: जफरयाब
लखनऊ: बाबरी एक्शन कमेटी के संयोजक जफरयाब जिलानी ने गुरुवार को कहा कि शिया सेंट्रल वक़्फ़ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिज़वी मस्जिदों के खिलाफ बयान नहीं दे सकते हैं. उन्होंने कहा कि मस्जिदों को हिंदुओ को वापस सौपने के लिए लिखे गए पत्र पर मैं कानूनी कार्रवाई करूंगा. पत्र मिलते ही वसीम रिज़वी की पुलिस से शिकायत करूंगा. वहीं सलमान नदवी द्वारा बनाये जा रहे बोर्ड पर जफरयाब जिलानी ने कहा कि उस बोर्ड का बाबरी मस्जिद से वास्ता नहीं है. वहीं श्रीश्री रवि शंकर के लिए जिलानी ने कहा कि वह सिर्फ उपचुनाव में बीजेपी को फायदा पहुंचाने के लिए प्रयास कर रहे हैं.
उपचुनाव में बीजेपी के कमजोर पड़ने के कारण श्रीश्री रविशंकर ध्रुवीकरण का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि श्रीश्री रविशंकर के सियासी प्रयासों का मुसलमानों पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा है. बता दें शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने एक बार फिर चिट्ठी लिखकर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड से अपील की है कि जिस भी जमीन पर मंदिरों को तोड़कर मस्जिद बनाई गई है उसे हिंदुओं को वापस कर देना चाहिए.
शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन के द्वारा लिखी इस चिट्ठी में देश के 9 मंदिरों का जिक्र किया गया है. जिन्हें तोड़कर कभी मस्जिदों का निर्माण कराया गया था. वसीम ने मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को चिट्ठी लिखकर इन जगहों को हिंदुओं को वापस किए जाने की मांग की है. जफरयाब जिलानी ने कहा कि देश में एक एक्ट बना हुआ है, जिसमें ये लिखा है कि आजादी के वक्त जो इमारत जिस शक्ल में है, उसे वैसे ही माना जाएगा. वसीम रिजवी की ये चिट्ठी कोई मायने नहीं रखती. अभी तक तो ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को इस चिट्ठी की कोई जानकारी नहीं है और अगर ये चिट्ठी उनके पास आएगी तो वो एसएसपी से इस मामले की शिकायत करेंगे.